India News (इंडिया न्यूज), Three Friends Drowning In Yamuna : गत दिवस यमुना नदी में डूबे तीन युवकों में से गोताखोरों की कड़ी मशक्कत के बाद एक युवक का शव मिला है, जबकि समाचार लिखे जाने तक दो युवकों का सुराग नहीं लगा है, जिसको गोताखोर ढूंढने का प्रयास कर रहे है। जानकारी अनुसार गत दिवस रविवार को यमुना नदी में वैशाख अमावस्या दोपहर बाद नहाने आए वीर नगर के छह दोस्तों में से तीन दोस्त डूब गए थे। Three Friends Drowning In Yamuna
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Three Friends Drowning In Yamuna : राकेश, श्यामू और पिंटू में से श्यामू का शव मिल गया
एक दोस्त डूबा तो दो ने उसे बचाने में डूब गए थें। लेकिन देर रात तक कोई सुराग नही मिला था। सोमवार को यमुना में डूबे वार्ड 12 के वीर नगर निवासी राकेश, श्यामू और पिंटू में से श्यामू का शव मिल गया है। जबकि अन्य दो युवकों को ढूंढने के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस, गोताखोर की टीम के साथ उनकी तलाश में जुटी हुई है।
देखते-देखते तीनों ओझल हो गए
उग्राखेड़ी के पास बार्ड 12 के बीर नगर निवासी प्रत्यक्षदर्शी राजेश ने बताया कि वह छोटे भाई राकेश, दोस्त पिंटू, सूरज, साला श्यामू और अजय के साथ स्नान करने गए थे। उसे पानी से डर लगता है। सबसे पहले नहाने के लिए पिंटू गया। Three Friends Drowning In Yamuna
उसके बाद राकेश, श्यामू, सूरज और अजय चले गए। पिंटू नहाते-नहाते ज्यादा अंदर चला गया और कुछ ही देर में उसने बचाव के लिए आवाज लगाई। आवाज सुनकर भाई राकेश अंदर गया। वह भी डूबने लगा। उसे बचाने के लिए श्यामू अंदर गया। वह भी डूबने लगा तो अजय और सूरज बचाने के लिए अंदर जाने लगे, लेकिन उनके सामने देखते-देखते तीनों ओझल हो गए। अजय और सूरज को राकेश का हाथ दिखा, लेकिन खतरे को भाप पानी से बाहर आ गए।
Three Friends Drowning In Yamuna : तीन बहनों का इकलौता भाई था श्यामू
राजेश ने बताया कि उसका साला श्यामू तीन बहनों का इकलौता भाई था। उसके पिता की मौत हो चुकी है। मां कमला देवी गृहिणी है। वह एक फैक्ट्री में काम करता था। बहन लक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने भाई के रिश्ते के लिए लडक़ी देख ली थी। जल्द शादी करने वाले थे। Three Friends Drowning In Yamuna
जागरूकता के अभाव के कारण नही हो रहे सतर्क
यमुना नदी में डूबने का सिलसिला जारी है। तेज बहाव व गहरे कुंड में जिंदगियां समाती रहीं। हर महीने होने वाले हादसों के बाद भी हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों की और से कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे। इसे जागरूकता का अभाव भी कहा जाएगा। इन हादसों के कारण तीर्थ स्थल बदनाम हो रहा है। आस्था के चलते श्रद्धालु अमावस्या,दशहरा स्नान, छठ पूजा सहित प्रत्येक रविवार को यमुना नदी के किनारे पहुंच कर स्नान करते है। आश्चर्य की बात यह है कि प्रति वर्ष स्नान के दौरान कई श्रद्धालुओं की डूबने से मौत हो जाती है। जागरूकता के अभाव के कारण लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं।
Three Friends Drowning In Yamuna : पक्का घाट ना होने से हो रहे हादसे
यमुना नदी के दोनों ओर पक्का घाट नहीं होने के कारण श्रद्धालु नदी के किनारे बहुत दूर तक स्नान करते हैं। पक्का घाट बनने से सभी सुरक्षित स्थान पर ही स्नान करेंगे। वहीं हर समय मोटर बोट व सरकारी गोताखोरों की टीम घाट पर मौजूद नहीं होने के कारण भी हादसों की सख्या में बढ़ोतरी हो रही हैं। किनारों व पुल पर लाइटों व लाउडस्पीकरों व सीसीटीवी लगाए जाने चाहिए। इसलिए शासन व प्रशासन भी इन हादसों का जिम्मेदार ठहराया जाता है। Three Friends Drowning In Yamuna