India News (इंडिया न्यूज), Trishul Yatra : इस दौरान अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन डॉ नवीन नैन भालसी ने बताया कि भारतीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास में पहली बार आयोजित 12 ज्योतिर्लिंग, चारधाम और 12 शक्तिपीठों की महासंगम यात्रा के उपरांत, अब भगवा त्रिशूल यात्रा की भव्य शोभायात्रा 10 मार्च को हरियाणा के कुरुक्षेत्र सें शुरुआत करके करनाल व उसके बाद बडोता, गगसीना, मुनक, रेर कलां, धर्मगढ पहुंची।
Trishul Yatra : आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह
उसके बाद गाँव कवि पहुँचने पर हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री के बड़े भाई हरपाल ढाड़ा व छोटे भाई बिट्टू ढाड़ा ने ज़ोरदार स्वागत किया उसके बाद मडलौडा होते हुए गंगा हेचरी भालसी पर पहुँचने पर चौधरी प्रेम सिंह भालसी व समस्त ग्राम वासियों ने यात्रा का स्वागत किया व हरियाणावी सुपर स्टार बिन्दर दनौदा, विनू गौर व मनीष मस्त कलाकारों ने शिव भक्ति के गीतों से शिव आराधना की। इस भव्य आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और भक्ति का माहौल बना हुआ है।
Trishul Yatra : भगवा ध्वज, त्रिशूल एवं शिव मंत्रों के उद्घोष के साथ चल रहे श्रद्धालु
इस दौरान दीप सिहाग सिसाय ने बताया कि पवित्र यात्रा का उद्देश्य भगवान शिव के प्रति आस्था को जागृत करना, सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना और जनमानस को आध्यात्मिक ऊर्जा से प्रेरित करना है। इस यात्रा का आयोजन अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद द्वारा किया जा रहा है, जिसके राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. नवीन नैन भालसी ने यात्रा से संबंधित विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस भव्य शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु भगवा ध्वज, त्रिशूल एवं शिव मंत्रों के उद्घोष के साथ चल रहे है। Trishul Yatra
अन्तरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद की राष्ट्रीय प्रवक्ता दामिनी वशिष्ट ने यात्रा के कार्यक्रम की जानकारी दी
सुबह 10:00 बजे – कुरुक्षेत्र
10:30 बजे – नीलोखेड़ी
11:00 बजे – अल्फ़ा सिटी, करनाल
11:30 बजे – नमस्ते चौक, करनाल
12:00 बजे – बड़ोता
12:30 बजे – गगसीना
01:00 बजे – मुनक
01:30 बजे – धर्मगढ़
02:00 बजे – कवि
03:00 बजे – मडलौडा
इसके बाद यह यात्रा मडलौडा तहसील चौक से शुरुआत होकर पैदल यात्रा के रूप में पूरे मडलौडा पर अलग -अलग जगह स्वागत अभिनंदन करते हुए प्राचीन शिव-हनुमान मदिंर पहुंच कर पूजा पाठ किया उसके बाद डाक्टर नवीन नैन भालसी के आवास, गंगा हेचरी-भालसी (पानीपत) पहुंची।
यात्रा का महत्व और आयोजन की विशेषताएं Trishul Yatra
डाक्टर नवीन नैन भालसी ने बताया कि यह भगवा त्रिशूल यात्रा न केवल एक आध्यात्मिक आयोजन है, बल्कि यह सनातन संस्कृति और शिवभक्तों की एकता का प्रतीक भी है। इस यात्रा के माध्यम से भगवान शिव के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति का संदेश पूरे देश में प्रसारित किया जा रहा है। इस यात्रा में संत महात्मा, धार्मिक गुरु, शिव भक्त और हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे, जो पूरे भक्ति भाव और उत्साह के साथ भगवान शिव की स्तुति की जाती है।
यात्रा के दौरान भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई
इस दौरान विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत, भजन-कीर्तन और शिव चर्चा के कार्यक्रम आयोजित व यात्रा के दौरान भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री व यात्रा के संयोजक दीप सिहाग सिसाय,राष्ट्रीय प्रवक्ता दामिनी वशिष्ट व सभी श्रद्धालुजनों, शिव भक्तों और सनातन धर्म प्रेमियों के साथ मिलकर पावन शोभायात्रा कुरुक्षेत्र से पानीपत सम्पन्न हुई। Trishul Yatra