India News (इंडिया न्यूज), Two Fake Hospitals Exposed : सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने दो अस्पतालों पर छापामार कर फर्जी अस्पतालों का भंडाफोड़ किया है। अस्पताल में फर्जी डिग्रियों के आधार पर डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज किया जा रहा था। मंगलवार को सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मॉडल टाउन क्षेत्र में स्थित क्लीनिक और जाटल रोड पर स्थित क्लीनिक पर छापेमारी की। इस दौरान टीम को दोनों अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज होते पाया गया और मौके से फर्जी डॉक्टरों और स्टॉफ को हिरासत में लिया गया। Two Fake Hospitals Exposed
Two Fake Hospitals Exposed : इलाज गैरकानूनी तरीके से किया जा रहा था
छापे के दौरान अस्पतालों में चल रहे इलाज, दवाइयों की मात्रा, और डॉक्टरों की प्रमाणिकता की विस्तृत जांच की गई। टीम को इन अस्पतालों में नवजात बच्चों सहित अन्य मरीज भी मिलें, जिनका इलाज गैरकानूनी तरीके से किया जा रहा था। मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में भेजा गया है, ताकि उनका आगे उचित उपचार हो सके।
क्लीनिक के बाहर लगे बोर्ड पर नवजात और बच्चों के इलाज का दावा किया गया था जिसमें डा. अरुण महला पूर्व रजिस्ट्रार रोहतक पीजीआई और अन्य चार स्पेशलिस्ट डॉक्टरों का नाम लिखा गया था लेकिन छापे के दौरान अस्पताल में कोई भी पंजीकृत एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद नहीं था। टीम ने पाया कि यह अस्पताल एक मैडिकल इंस्टीच्यूट के रुप में भी संचालित हो रहा था, जहां बीईएमएस, एमडी, ईएच जैसे कौर्सेज में बच्चों को एडमिशन दिया जा रहा था।
दवाईयों, इंजेक्शनों और चिकित्सा उपकरणों को जब्त किया, जांच के लिए लैब भेजा जाएगा
करीब 50 गज से कम स्थान में यह अस्पताल और इंस्टीच्यूट अवैध रूप से चल रहा था। टीम ने मौके पर बड़ी मात्रा में दवाईयों, इंजेक्शनों और चिकित्सा उपकरणों को जब्त किया है जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। इन दवाओं की गुणवता और वैधता की रिर्पोट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीएसपी सुशील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पतालों का निरीक्षण गोपनीय शिकायतों के आधार पर किया गया था। अभी दोनों अस्पतालों की विस्तृत जांच जारी है और अगली कानूनी कार्रवाई रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। Two Fake Hospitals Exposed
Two Fake Hospitals Exposed : पिता के पास भी डिग्री थी, लेकिन उससे रिन्यु नहीं करवाया गया
वहीं पर एस के क्लीनिक के मालिक साहिल ने कहा कि वह पंचकूला से रजिस्टर्ड है और रेड के दौरान उनके क्लीनिक पर कोई पेंशेट नहीं था। वह लंच में पापा को बैठाकर घर चले गए थे, जिससे टीम को लगा कि उसके पापा ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। उसने बताया कि उसके पिता के पास भी डिग्री थी, लेकिन उससे रिन्यु नहीं करवाया गया। उसके पापा ने बैठना बंद कर दिया तो वह ही बैठने लगे। उसकी बहन भी पंचकुला से रजिस्टर्ड थी, जिसकी नंवबर में शादी हो गई थी। टीम ने भी कहा कि वह प्रैक्टिस कर सकते हैं। Two Fake Hospitals Exposed