India News (इंडिया न्यूज),Health Tips: एसिडिटी एक आम समस्या है। यह गलत खान-पान और लाइफ़स्टाइल की वजह से होती है। इसकी वजह से लोगों को पेट फूलने या सीने में जलन की समस्या हो सकती है। लेकिन कई बार लोगों को एसिडिटी ज़्यादा होने लगती है, जिसकी वजह से उन्हें दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। अगर आपको भी एसिडिटी की समस्या है, तो घबराने की ज़रूरत नहीं है।डाइटीशियन मोहिनी डोंगरे का कहना है कि आप अपने खान-पान की आदतों में बदलाव करके एसिडिटी की समस्या से बच सकते हैं। जब पेट में ज़्यादा एसिड बनता है, तो इससे भोजन नली में जलन हो सकती है। अगर आप एसिडिटी से परेशान हैं, तो एक्सपर्ट से जानें कि आपको अपनी डाइट में क्या बदलाव करने चाहिए।
मसालेदार और तैलीय भोजन से बचें
मसालेदार और तैलीय भोजन पेट में एसिड के उत्पादन को बढ़ा सकता है, जिससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है। तली-भुनी या मसालेदार चीज़ों को डाइट का हिस्सा न बनाएं। एक्सपर्ट कहते हैं कि आपको डाइट में सादा खाना और ताज़े फल-सब्जियाँ शामिल करनी चाहिए।
इन चीजों का सेवन न करें
नींबू, टमाटर, अंगूर और संतरे में प्राकृतिक एसिड पाया जाता है। इन्हें ज़्यादा खाने से एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। अगर आपको अक्सर एसिडिटी की समस्या रहती है, तो इन चीजों का सेवन न करें। आप एसिडिटी में मदद करने वाले फल खा सकते हैं। डाइट में केला या पपीता शामिल कर सकते हैं।
पानी
पानी पेट में पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। एसिडिटी से राहत पाने के लिए दिनभर में पर्याप्त पानी पीना बहुत जरूरी है। हालांकि, खाने के तुरंत बाद बहुत ज्यादा पानी पीने से बचें, क्योंकि इससे पेट में एसिड का स्तर बढ़ सकता है। दिनभर में कम से कम 2 लीटर पानी पिएं।
डाइट में शामिल करें ये चीज
डाइट में फाइबर युक्त चीजें शामिल करें। दलिया, साबुत अनाज, फल और हरी सब्जियां एसिडिटी की समस्या को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है, जिससे पेट में एसिड का उत्पादन नियंत्रित रहता है। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और एसिडिटी की समस्या को कम करता है।