India News (इंडिया न्यूज), Liver Health Sharapunkha: लिवर मानव शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो कई महत्वपूर्ण कार्यों को संचालित करता है। यह टॉक्सिन्स को फिल्टर करता है, पाचन में सहायता करता है, ऊर्जा संग्रहित करता है, और इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करता है। इसलिए, लिवर का स्वस्थ रहना हमारे शरीर की समग्र सेहत के लिए अनिवार्य है। हाल के समय में, आयुर्वेदिक औषधियों ने लिवर की देखभाल और उपचार में विशेष महत्व अर्जित किया है। इन औषधियों में शरपुंखा एक विशेष स्थान रखता है।

लिवर के लिए शरपुंखा के लाभ

शरपुंखा, जिसे वैज्ञानिक भाषा में Tephrosia purpurea कहा जाता है, एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। यह लिवर से संबंधित कई बीमारियों को ठीक करने और उनके लक्षणों को कम करने में सहायक मानी जाती है। आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, जिन लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याएं हैं, वे शरपुंखा का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है और लिवर डिसऑर्डर के उपचार में सहायक है।

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शरपुंखा का काढ़ा बनाने की विधि

  1. 5-10 ग्राम शरपुंखा के ताजे या सूखे पत्तों को लें।
  2. इसे एक कप पानी में डालकर उबालें।
  3. पानी जब आधा रह जाए, तो इसे छानकर गर्म-गर्म पिएं।

यह काढ़ा लिवर की समस्याओं में राहत प्रदान करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।

शरपुंखा: एक परिचय

शरपुंखा भारत में पाई जाने वाली एक बारहमासी, शाखाओं वाली जड़ी-बूटी है। इसके पत्ते, फूल, और जड़ें औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। इसका उपयोग आयुर्वेद में लंबे समय से लिवर और त्वचा संबंधी बीमारियों के उपचार में किया जाता रहा है।

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शरपुंखा के औषधीय गुण

  1. सूजन रोधी (Anti-inflammatory): यह लिवर की सूजन को कम करने में मदद करता है।
  2. घाव भरने वाला (Wound Healing): लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है।
  3. डिटॉक्सिफायर: लिवर को टॉक्सिन्स से मुक्त करता है और शुद्ध करता है।

लिवर संबंधी समस्याओं में शरपुंखा की उपयोगिता

शरपुंखा का नियमित उपयोग निम्नलिखित लक्षणों और समस्याओं में राहत प्रदान करता है:

  • लिवर सिरोसिस: यह लिवर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने में सहायक है।
  • पीलिया: त्वचा का पीला पड़ना और आंखों का रंग बदलना जैसी समस्याओं को कम करता है।
  • भूख में कमी: यह पाचन शक्ति को बढ़ाकर भूख बढ़ाने में मदद करता है।
  • वजन घटना और कमजोरी: शरीर को पोषण प्रदान कर वजन बढ़ाने में सहायक है।
  • त्वचा की खुजली और सूजन: लिवर की अशुद्धियों के कारण होने वाले त्वचा रोगों को ठीक करता है।
  • पेट और पैरों की सूजन: जलोदर (Ascites) और एडिमा (Edema) जैसी समस्याओं में भी राहत देता है।

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शरपुंखा का वैज्ञानिक दृष्टिकोण

शरपुंखा में पाए जाने वाले प्राकृतिक रसायन, जैसे फ्लेवोनोइड्स और टैनिन, इसे एक शक्तिशाली औषधि बनाते हैं। ये रसायन लिवर को स्वस्थ रखने, नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद करने और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक हैं।

सावधानियां और सुझाव

  1. शरपुंखा का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करें।
  2. गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए इसका उपयोग डॉक्टर की देखरेख में किया जाना चाहिए।
  3. अगर आप पहले से किसी गंभीर लिवर डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, तो इसका उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।

शरपुंखा एक प्राकृतिक औषधि है, जो लिवर से जुड़ी समस्याओं को प्रभावी ढंग से ठीक करने में मदद करती है। इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करके आप न केवल लिवर की सेहत को बनाए रख सकते हैं, बल्कि पाचन और इम्यून सिस्टम को भी बेहतर बना सकते हैं। हालांकि, इसका उपयोग हमेशा विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही करें ताकि इसके अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकें।

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