India News (इंडिया न्यूज), Adverse Effects Of Eating Momos: स्ट्रीट फूड के दीवानों के लिए मोमोज एक बेहद खाई जाने वाली चीज बन चुका है। चाहे कॉलेज के बाहर की दुकानों की बात हो या ऑफिस लंच ब्रेक में मिलने वाला फटाफट स्नैक, मोमोज हर उम्र के लोगों को खूब लुभाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह चटपटा स्वाद आपकी सेहत को अंदर ही अंदर खोखला कर सकता है?
पेट होता है खराब
कई शोधों में यह सामने आया है कि रोजाना मोमोज खाने से शरीर में गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। सबसे पहली चिंता की बात है मोमोज की परत, जो मैदे से बनती है। मैदे में फाइबर और पोषण नहीं पाया जाता है और पचने में मुश्किल पैदा करता है। इससे कब्ज, गैस और पेट फूलने जैसी समस्याएं आम हो सकती हैं।
बवासीर की समस्या बनेगी
इसके साथ परोसी जाने वाली तीखी लाल चटनी भी कम हानिकारक नहीं। इसमें घटिया किस्म की मिर्च और अन्य कई तरह के तेज मसाले मिलाए जाते हैं, जो पेट और आंतों में जाकर जलन, बवासीर और गैस्ट्राइटिस जैसी परेशानियां पैदा कर सकते हैं।
हाई बीपी जैसी समस्याएं होंगी
मोमोज में अक्सर मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) का प्रयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह रसायन मोटापे, हाई ब्लड प्रेशर और यहां तक कि दिल की बीमारियों को भी न्योता दे सकता है। मैदे का हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है।
कैंसर होने का खतरा
एक ध्यान देने वाली बात ये है कि मोमोज में जो केमिकल्स डाले जाते हैं जैसे बेंजोयल पेरोक्साइड और एज़ोडीकार्बोनामाइड अग्नाशय को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे इंसुलिन का उत्पादन प्रभावित होता है। साथ ही ये रसायन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की आशंका भी बढ़ाते हैं।
डायरिया और अन्य पाचन रोगों का कारण
2020 में इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन, पूसा द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि दिल्ली के स्ट्रीट फूड, विशेषकर मोमोज में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया का स्तर अत्यधिक पाया गया। यह डायरिया और अन्य पाचन रोगों का कारण बन सकता है।
फूड पॉइज़निंग का खतरा
यदि मोमोज में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियों या नॉनवेज स्टफिंग की गुणवत्ता घटिया हो, तो फूड पॉइज़निंग और पेट के संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए अगली बार जब आप मोमोज खाने का मन बनाएं, तो स्वाद के साथ सेहत का भी ख्याल जरूर रखें।