India News (इंडिया न्यूज), Benefits of Amla Juice: आजकल की अनियमित जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतें कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती हैं। इनमें यूरिक एसिड का बढ़ना, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और जोड़ों का दर्द जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इन समस्याओं से राहत पाने के लिए दवाओं पर निर्भर रहने के बजाय आप एक घरेलू जूस का सेवन करके अद्भुत परिणाम पा सकते हैं।

जूस की विशेषताएँ

यह जूस न केवल यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि यह खून में घुलते ही शरीर में सकारात्मक प्रभाव डालता है। यह प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होता है और इसके सेवन से शरीर को कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। आइए जानते हैं कि इस जूस को कैसे बनाया जाए और यह किन-किन बीमारियों में लाभकारी है।

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जूस बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  1. आंवला: 2-3 ताजे आंवले
  2. नींबू: 1 ताजा नींबू
  3. गिलोय का रस: 2 चम्मच
  4. तुलसी के पत्ते: 7-8 पत्ते
  5. कच्ची हल्दी: 1 इंच टुकड़ा
  6. पानी: 1 गिलास

जूस बनाने की विधि

  1. आंवला, तुलसी के पत्ते और कच्ची हल्दी को छोटे टुकड़ों में काट लें।
  2. इन सभी सामग्रियों को एक मिक्सर में डालें।
  3. इसमें गिलोय का रस और नींबू का रस मिलाएं।
  4. एक गिलास पानी डालकर सभी सामग्रियों को अच्छी तरह ब्लेंड करें।
  5. इसे छानकर सुबह खाली पेट पिएं।

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जूस के लाभ

  1. यूरिक एसिड को नियंत्रित करता है: – आंवला और गिलोय का रस यूरिक एसिड को कम करने में बेहद प्रभावी होते हैं। ये किडनी को साफ रखते हैं और अतिरिक्त यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
  2. डायबिटीज में फायदेमंद: – इस जूस में मौजूद आंवला और नींबू इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
  3. हाई ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण: – गिलोय और तुलसी के पत्ते रक्तचाप को संतुलित करते हैं और रक्त वाहिकाओं को मजबूत बनाते हैं।
  4. जोड़ों के दर्द में राहत: – हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं।
  5. इम्यूनिटी बूस्टर: – यह जूस एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से बचाता है।

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सेवन में ध्यान देने योग्य बातें

  1. जूस को हमेशा ताजा बनाकर पिएं।
  2. गर्भवती महिलाएं और बच्चे इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करें।
  3. अगर आप किसी बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं, तो इस जूस को नियमित रूप से लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

यह देसी जूस एक प्राकृतिक उपाय है जो न केवल यूरिक एसिड बल्कि अन्य गंभीर बीमारियों को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करें और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

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