India News (इंडिया न्यूज), Knee Pain Remedy: घुटनों का दर्द एक आम समस्या बनती जा रही है जिससे करोड़ों लोग रोजमर्रा की जिंदगी में जूझ रहे हैं। यह दर्द कई बार इतना बढ़ जाता है कि रोजमर्रा की गतिविधियां भी प्रभावित होने लगती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, जोड़ों के दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे जोड़ों में सूजन, कार्टिलेज का घिसना, बढ़ता वजन, और निष्क्रिय जीवनशैली। लंबे समय तक बैठे रहने से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और शरीर का सारा भार घुटनों पर पड़ता है, जिससे दर्द और कमजोरी बढ़ जाती है।

हालांकि, जोड़ों और घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए कई लोग पारंपरिक उपचारों का सहारा ले रहे हैं। इनमें हल्दी का दूध, अश्वगंधा और अन्य औषधीय जड़ी-बूटियों का उपयोग प्रमुख है। वहीं, आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सा विशेषज्ञ अब एक खास अनाज “जौ” के फायदों पर जोर दे रहे हैं।

जौ: घुटनों के दर्द का प्राकृतिक समाधान

जौ एक पौष्टिक अनाज है जिसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइबर, और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। यह न केवल पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है बल्कि सूजन को भी नियंत्रित करता है।

गर्मियों में दही के अंदर जरूर मिलाएं ये इस चीज का चूरा, पेट को कर देगा ऐसा साफ कि इसके अद्भुत फायदे देख रह जाएंगे आप दंग

जौ के लाभ:

  1. सूजन में राहत: जौ के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
  2. हड्डियों को मजबूती: इसमें मौजूद मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे खनिज हड्डियों और कार्टिलेज को मजबूत बनाते हैं।
  3. पाचन सुधार: जौ पाचन में सुधार करता है, जिससे शरीर को अन्य पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद मिलती है।

जौ का सेवन कैसे करें?

  1. सामग्री: 50 ग्राम (एक मुट्ठी) जौ और एक गिलास पानी।
  2. तैयारी:
    • जौ को रातभर (10-12 घंटे) पानी में भिगो दें।
    • सुबह इस जौ को पानी के साथ 15 मिनट तक उबालें।
    • इसे गैस से उतारकर 5-6 घंटे तक ढक कर रखें।
    • इसके बाद, पानी को छान लें और उसका सेवन करें।
  3. खुराक: इस जौ के पानी का सेवन दिन में एक बार करें।

लिवर की बीमारियों के लिए संजीवनी बूटी के समान है ये 1 चीज, आचार्य बालकृष्ण से जानें सेवन का सही तरीका और समय!

चिकित्सीय प्रमाण

विशेषज्ञों के अनुसार, जौ में मौजूद बीटा ग्लूकन्स, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस न केवल शरीर की सूजन को कम करते हैं बल्कि हड्डियों और जोड़ों को भी मजबूत बनाते हैं। नियमित सेवन से जॉइंट पेन में काफी हद तक राहत मिल सकती है।

सावधानियां

  • यदि आपको ग्लूटन से एलर्जी है या सीलिएक रोग है, तो जौ का सेवन न करें।
  • किसी पुरानी बीमारी के इलाज के दौरान या प्रेग्नेंसी में जौ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी इसका सेवन करने से बचें।

जौ का सेवन एक प्राकृतिक, सस्ता और प्रभावी उपाय है जो घुटनों के दर्द और सूजन से राहत दिला सकता है। हालांकि, इसे अपनाने से पहले अपनी शारीरिक स्थिति और स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। नियमित उपयोग और सही जीवनशैली अपनाने से जोड़ों का स्वास्थ्य बेहतर बनाया जा सकता है।

पैरों में दिख रहें हैं ये 5 संकेत तो समझ लें सड़ गया है आपका लीवर! आफत आने से पहले इस तरह तुरंत करें पहचान