India News (इंडिया न्यूज), Ayurvedic Body Detox: प्रदूषण का स्तर किस हद तक बढ़ा हुआ है इस खबर से तो आप सभी अच्छी तरह से परिचित हैं, लगातार बढ़ने वाला प्रदूषण न केवल हवा बल्कि हमारे पीने वाले पानी और भोजन में भी है। जिसका हमारे स्वास्थ्य पर बहुत गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। प्रदूषण से सांस लेने में परेशानी, थकान होना और इम्यून सिस्टम कमजोर होने जैसी परेशानियां सामने आ रहीं हैं। इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए आप कुछ आर्युर्वेदिक तरीके अपना सकते हैं।

इन बॉडी डिटॉक्स के साथ करें दिन की शुरुआत

सुबह उठकर अपने दिन की शुरुआत नींबू और शहद या हल्दी मिले गर्म पानी से करें इससे फायदा होगा। यह सरल पेय रातभर शरीर में जमा हुए विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसके साथ ही दांतों को ब्रश करने से पहले नारियल या तिल के तेल का उपयोग करने से मुंह के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और मसूड़ों का स्वास्थ्य बेहतर होता है। तुलसी, अदरक या सौंफ से बनी हर्बल चाय पाचन तंत्र को साफ कर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है।

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आहार में शामिल करें ये हरी सब्जियां

अपने आहार में करेला, पालक, धनिया और आंवला जैसे तत्व शामिल करें इससे लीवर साफ होगा और खून भी शुद्ध होगा। गर्म तिल के तेल से मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्ति मिलती है। श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए कपालभाति और अनुलोम विलोम जैसे श्वास व्यायाम बेहद प्रभावी साबित होंगे।

ये मसाले भी रहेंगे असरदार

हल्दी, जीरा और काली मिर्च जैसे मसाले न केवल पाचन में मदद कर सकते हैं, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों बढ़ाकर सूजन कम करने में मददगार साबित होते हैं। अपनी स्किन की देखभाल के लिए एप्सम सॉल्ट और नीम के पत्तों को गर्म पानी में ड़ालकर नहाने से सारी गंदगी साफ होगी। इससे मानसिक शांति भी मिलती है। आयुर्वेद के इन उपायों का इस्तेमाल कर आप न केवल प्रदूषण के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में भी एक स्वस्थ और संतुलित दृष्टिकोण प्राप्त कर सकते हैं।

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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।