India News (इंडिया न्यूज), Benefits Of Bathua For Stones: पथरी, एक सामान्य लेकिन बेहद परेशान करने वाली स्वास्थ्य समस्या है। यह तब होती है जब शरीर में कुछ खनिज और लवण जमा होकर ठोस कणों का रूप ले लेते हैं। पथरी के लक्षण जैसे पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द, पेशाब में जलन या खून आना, और बार-बार पेशाब लगना, जीवन को काफी कठिन बना सकते हैं। हालांकि, कई बार इसका इलाज सर्जरी से करना पड़ता है, लेकिन आयुर्वेद और देसी नुस्खों में इसके लिए कुछ बेहतरीन समाधान मौजूद हैं।
आज हम आपको एक ऐसी देसी चीज के बारे में बताएंगे जो न केवल सस्ती है, बल्कि मात्र 3 दिनों में मोटी से मोटी पथरी को भी शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकती है।
कौन सी है यह चमत्कारी चीज?
इस देसी चीज का नाम है बथुआ (Chenopodium Album)। बथुआ एक साधारण सा साग है जो सर्दियों के मौसम में आसानी से उपलब्ध होता है। यह केवल खाने में स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि कई औषधीय गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद के अनुसार, बथुआ पाचन को सुधारने, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और पथरी को गलाने में बेहद प्रभावी है।
बथुआ का उपयोग कैसे करें?
पथरी को खत्म करने के लिए बथुआ का उपयोग निम्न तरीके से किया जा सकता है:
1. बथुआ का रस:
- ताजा बथुआ के पत्तों को धोकर उसका रस निकालें।
- रोजाना सुबह खाली पेट 1 गिलास बथुआ का रस पिएं।
- इसमें स्वाद के लिए हल्का सा नमक या नींबू मिला सकते हैं।
2. बथुआ का काढ़ा:
- 1 कटोरी बथुआ के पत्ते लें और उन्हें 2 गिलास पानी में उबालें।
- जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छानकर गुनगुना पिएं।
- इस काढ़े का सेवन दिन में 2 बार करें।
3. बथुआ का परांठा:
- रोजाना बथुआ का परांठा या सब्जी बनाकर खाएं।
- यह पथरी को गलाने के साथ-साथ शरीर को ताकत भी देता है।
बथुआ के अन्य लाभ
बथुआ सिर्फ पथरी ही नहीं, बल्कि अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी लाभदायक है:
- पाचन में सुधार: बथुआ कब्ज और पेट फूलने की समस्या को दूर करता है।
- त्वचा की चमक: बथुआ का सेवन त्वचा को साफ और चमकदार बनाता है।
- रक्तशोधन: यह खून को साफ करता है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
- शारीरिक शक्ति: इसमें आयरन, कैल्शियम, और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर को मजबूत बनाते हैं।
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ध्यान देने योग्य बातें
- खाली पेट सेवन करें: बथुआ का सेवन सुबह खाली पेट करें, ताकि यह बेहतर तरीके से असर कर सके।
- पर्याप्त पानी पिएं: पथरी को गलाने के लिए पानी पीना बेहद जरूरी है। रोजाना कम से कम 3-4 लीटर पानी पिएं।
- संतुलित आहार: बथुआ के साथ-साथ अन्य संतुलित आहार भी लें। मसालेदार और तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
- डॉक्टर की सलाह लें: अगर पथरी का दर्द ज्यादा हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बथुआ एक ऐसा देसी और प्राकृतिक उपाय है, जो न केवल सस्ता है, बल्कि बेहद प्रभावी भी है। इसका नियमित सेवन न केवल पथरी को खत्म करता है, बल्कि शरीर को स्वस्थ और मजबूत भी बनाता है। हालांकि, हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए इस उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
आयुर्वेद और प्रकृति के इन खजानों का उपयोग कर हम बिना किसी साइड इफेक्ट के कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। तो आज से ही बथुआ को अपने आहार में शामिल करें और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।