India News (इंडिया न्यूज),Benefits of Neelpushpa: कौन नहीं चाहता कि उसके चेहरे पर जवानी की चमक हमेशा बनी रहे? लेकिन ऐसा हर किसी के लिए संभव नहीं है। 30-40 की उम्र तक ज्यादातर लोग बूढ़े दिखने लगते हैं। चेहरे पर झुर्रियां आने लगती हैं। जवानी कहां गायब हो जाती है पता ही नहीं चलता। लेकिन अगर आप अपनी जवानी बरकरार रखना चाहते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपके चेहरे पर जवानी लहराती रहे तो नीलपुष्प का पौधा आपकी काफी मदद कर सकता है। क्योंकि वैज्ञानिकों ने इस पौधे में एंटी-एजिंग का खजाना खोज निकाला है। शोध में पाया गया है कि वनोकारा या नीलपुष्प पौधे में अपार एंटी-एजिंग गुण होते हैं। यह त्वचा में जवानी वापस ला सकता है। इससे आप हमेशा जवान दिखेंगे। यह त्वचा पर जादू की तरह काम करता है।

नीलपुष्प क्या है

यह भारत में घास के रूप में उगता है। नीलपुष्प इसका हिंदी नाम है लेकिन ज़्यादातर लोग इसे वनोकरा, खगरा, खगरा आदि नामों से जानते हैं। यह एक छोटा सा पौधा होता है। जब खेत में कोई फसल नहीं होती है तो यह अचानक उग आता है। इसका अंग्रेजी नाम कॉकलेबर है। शुरुआत में वनोकरा का पौधा बिल्कुल हरा होता है और इसमें लगे फल मुलायम होते हैं। लेकिन कुछ दिनों बाद इसके छोटे-छोटे फल कांटेदार हो जाते हैं। इसमें फूल भी खिलते हैं।

कोलेजन उत्पादन बढ़ाता है

हेल्थलाइन न्यूज़ ने शोध के हवाले से बताया है कि वनोकरा के पौधे में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह एंटी-एजिंग यौगिकों का खजाना है। शोध में इस यौगिक में कई एंटी-एजिंग गुण पाए गए हैं। इसमें मौजूद यौगिक त्वचा के नीचे कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है। त्वचा पर उम्र बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कोलेजन का कम उत्पादन है। कोलेजन त्वचा के नीचे एक मुलायम चिपचिपा पदार्थ होता है जो चेहरे को मुलायम और चिकना बनाता है। इससे चेहरे पर झुर्रियाँ अपने आप गायब हो जाती हैं। वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस खोज के बाद वनोकारा की पत्तियों और तने से एंटी-एजिंग क्रीम बनाई जा सकेगी क्योंकि इसमें अद्भुत गुण होते हैं।

बाजार में घुसा ज़हरीला चायनीज लहसुन, सेहत के लिए बड़ा खतरा, पहचानना हुआ मुश्किल, खरीदने से पहले जरूर जांच लें ये संकेत!

फ्री रेडिकल्स को दूर करता है

शोध में पाया गया है कि वनोकरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा की कोशिकाओं से फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं। यह त्वचा को पराबैंगनी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाता है क्योंकि यह त्वचा के ऊतकों की जल्दी मरम्मत करता है। यही वजह है कि वनोकरा त्वचा पर जवांपन बनाए रखता है। यह अध्ययन अमेरिकन सोसायटी ऑफ बायोकेमिस्ट्री की सालाना बैठक में पेश किया गया है। इस अध्ययन के मुख्य लेखक यूनसू सोंग ने कहा कि वनोकरा के फलों में त्वचा के जवांपन को बनाए रखने की अद्भुत क्षमता होती है। ऐसे में वनोकरा का इस्तेमाल कॉस्मेटिक क्रीम बनाने में किया जा सकता है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि वनोकरा घावों को बहुत तेजी से भरता है।

रोज सुबह नाश्ते में कटोरी भर खा ली जो मात्र 10 रूपय में मिलने वाली ये चीज, मिलेंगे इतने फायदे आधी बीमारियां हो जाएंगी खत्म!