India News (इंडिया न्यूज), Ayurvedic Herbs Benefits: दवाओं के बढ़ते साइड इफेक्ट्स और आयुर्वेदिक नुस्खों की लोकप्रियता ने लोगों का रुझान देसी इलाज की ओर मोड़ दिया है। रोजमर्रा की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे पाचन विकार, ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए अब लोग आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों पर अधिक भरोसा करने लगे हैं। इनमें से कुछ खास औषधीय पौधों के पत्ते, जैसे करी पत्ता, तुलसी और पुदीना, नेचुरल तरीके से शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हो रहे हैं।

करी पत्ता: स्वास्थ्य का अमृत

करी पत्ता, पोषक तत्वों से भरपूर, एक प्रभावी औषधि है। इसे ताजा या सूखा दोनों रूपों में सेवन किया जा सकता है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि करी पत्ता कई बीमारियों का समाधान है।

  • ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रण: करी पत्ते का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को संतुलित करता है।
  • कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण: यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है, जिससे दिल की सेहत बनी रहती है।
  • वजन घटाने में मददगार: करी पत्ते की चर्बी जलाने की क्षमता इसे वजन घटाने के लिए प्रभावी बनाती है।
  • त्वचा के लिए लाभकारी: त्वचा की समस्याओं को दूर करने में यह पत्ता अमृत समान है।

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तुलसी: इम्यूनिटी बूस्टर

तुलसी के पत्तों को आयुर्वेद में अत्यधिक महत्व दिया गया है।

  • इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है: तुलसी का सेवन सर्दी-खांसी और मौसमी बीमारियों से बचाव करता है।
  • पाचन को सुधारता है: रोजाना 4-5 तुलसी के पत्ते चबाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और गैस्ट्रिक समस्याओं से राहत मिलती है।
  • ब्लड शुगर नियंत्रण: तुलसी के पत्ते प्राकृतिक रूप से इंसुलिन का उत्पादन करते हैं, जिससे ब्लड शुगर सामान्य रहता है।
  • एलर्जी में राहत: धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी में तुलसी के पत्तों का सेवन बेहद फायदेमंद है।

पुदीना: पाचन का रक्षक

पुदीने के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इसे स्वास्थ्य के लिए अमूल्य बनाते हैं।

  • पाचन तंत्र को मजबूत करता है: पुदीने का सेवन गैस, अपच, एसिडिटी और ब्लोटिंग जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
  • सर्दी-खांसी में फायदेमंद: यह सर्दी-जुकाम, खांसी और अस्थमा में राहत प्रदान करता है।
  • त्वचा की देखभाल: पुदीना त्वचा के दाग-धब्बों को दूर करता है और रंगत में निखार लाता है।
  • बुखार और कमजोरी में सहायक: गर्मी के मौसम में पुदीने की चाय या काढ़ा कमजोरी और बुखार में राहत देता है।

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कैसे करें इन पत्तों का सेवन?

  1. करी पत्ता: इसे भोजन में डालकर या काढ़े के रूप में सेवन करें।
  2. तुलसी: इसे चाय में डालें या सीधे पत्तों को चबाएं।
  3. पुदीना: पुदीने की चाय, शरबत, स्मूदी या सलाद में इसे शामिल करें।

करी पत्ता, तुलसी और पुदीने के पत्ते प्राकृतिक औषधियों का खजाना हैं। इनका नियमित सेवन न केवल बीमारियों को दूर रखता है बल्कि शरीर को संपूर्ण रूप से स्वस्थ बनाता है। गर्मी के मौसम में इन पत्तों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।

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