India News (इंडिया न्यूज), Reduce Bad Cholesterol: अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। गंदा कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में जमा होने लगता है, जो रक्त प्रवाह में बाधा डालता है। इसके कारण शरीर के हर हिस्से में खून ठीक से नहीं पहुंच पाता, जिससे दर्द होता है और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में इन तीन तरह के बीजों का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बेहद कारगर है।
अलसी के बीज
अलसी के बीजों का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए किया जा सकता है। ये बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल एलडीएल को कम करने में मददगार होते हैं और दिल की सेहत के लिए अच्छे होते हैं। कई अध्ययनों के अनुसार, रोजाना अलसी के बीज खाने से टोटल कोलेस्ट्रॉल और लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। इसके एक या दो चम्मच को भूनकर खाया जा सकता है। इसके साथ ही इसे गुनगुने पानी में मिलाकर भी खाया जा सकता है।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीजों में फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा कद्दू के बीजों में मैग्नीशियम होता है, जो हृदय गति को नियंत्रित करने में मदद करता है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। कद्दू के बीज कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में कारगर होते हैं।
तिल
सफेद तिल में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। इन बीजों में लिग्नान भी होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कारगर होता है। तिल को अलग-अलग तरीकों से डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है। इन्हें सलाद से लेकर सूप तक हर चीज में डाला जा सकता है। तिल खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इससे आप हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे से बच सकते हैं। तिल में गुड फैट, मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है जिसकी हमारे शरीर को जरूरत होती है।
इसके अलावा गोंद कतीरा स्वस्थ और फिट शरीर के साथ-साथ 50 की उम्र में भी जवां दिखने के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। यहां जानें गोंद कतीरा के फायदे और गोंद कतीरा हमें किन बीमारियों से बचा सकता है।
ठंढ में रूम हीटर का इस्तेमाल करने वाले रहें सावधान! वरना हो सकती है ‘दर्दनाक मौत’
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।