Corona Virus कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने हलचल पैदा कर दी है। डेल्टा जैसे खतरनाक वेरिएंट से भी करीब 70 गुना ज्यादा संक्रामक इस वेरिएंट के भारत में भी 100 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। वहीं रोजाना आने वाले कोरोना के मामलों की संख्या भी 7 हजार से ऊपर बनी हुई है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के अलावा वैज्ञानिक और स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी सलाह दे रहे हैं।
कोरोना की पहली लहर के दौरान लोगों को सचेत करने के साथ ही आयुर्वेदिक उपायों से उपचार बताने वाले आयुष मंत्रालय ने एक बार फिर कोरोना वायरस को लेकर नई सिफारिशें लागू की हैं। जिनमें यह भी बताया है कि कोरोना शरीर के किन अंगों की वजह से सबसे ज्यादा फैलता है। हाल ही में आयुष मंत्रालय की ओर से जारी की गई नई सिफारिशों में बताया गया है कि कोरोना शरीर के दो प्रमुख अंगों से प्रवेश करता है।
(Corona Virus)
ये दोनों अंग हैं नाक और मुंह। नेजल और ओरल रूट्स के माध्यम से सार्स कोव-टू वायरस अंदर सेल्स तक पहुंचता है और फिर नुकसान पहुंचाता है। यही वजह है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क को सबसे ज्यादा कारगर बताया गया है। मास्क पहनने से नाक और मुंह दोनों कवर रहते हैं, इससे खतरनाक वायरस अंदर प्रवेश नहीं कर पाता। आयुष की ओर से नाक और मुंह से वायरस को प्रवेश न देने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं।
जिनमें मास्क के अलावा ये पांच उपाय प्रमुख हैं और लोग इन्हें आसानी से घर पर भी कर सकते हैं। आयुष का कहना है कि अगर बीमारी को प्रवेश के रास्तों पर पहरा लगा दिया जाए, तो भी बीमारी से बचाव संभव है। ऐसे में आयुष के ये उपाय वायरस के लिए रास्ते बंद करने का काम करते हैं। इन उपायों को कई अध्ययनों में भी कारगर पाया गया है।
नास्य यानी नेजल प्रबंधन (Corona Virus)
अगर नाक के दोनों छिद्रों में दो बूंद तेल डाला जाए तो यह वायरस को रोकने का काम करता है। इसके लिए तिल का तेल, नारियल का तेल, अणु तेल या गाय का घी में से किसी एक का इस्तेमाल किया जा सकता है। रोजाना सुबह और शाम दोनों छिद्रों में तेल डालना होगा। अगर यह तेल नाक से होते हुए गले में पहुंचे तो उसे अंदर लेने के बजाय तुरंत थूक दें।
भाप लेना (Corona Virus)
दिन में एक बार कम से कम भाप लेना काफी फायदेमंद है और यह वायरस का रास्ता रोकने में कारगर है। इसके लिए पुदीना, तुलसी, निरगुंडी या अजमोड़ा के बीज पानी में डालकर उबालना होगा और इससे फिर भाप ले सकते हैं।
जल नेति या नेजल वॉश (Corona Virus)
जल नेति थोड़ी जटिल प्रक्रिया है हालांकि इसे किया जा सकता है। इसके लिए नेति पॉट में गुनगुना पानी लेकर, उसमें सेंधा नमक डालकर, उसे नाक के एक छिद्र से डाला जाता है और दूसरे छिद्र से निकाला जाता है। ऐसा दो से तीन बार करना है।
तेल का कुल्ला (Corona Virus)
दो बड़ी चम्मच नारियल का या तिल का तेल लेकर उसे गुनगुना करके मुंह में भरना है। इसके बाद इसे दो तीन बार मुंह में घुमाकर बाहर निकाल देना होता है। इससे भी वायरस के खिलाफ कवच तैयार होता है।
माउथ वॉश या गार्गल करना (Corona Virus)
एक बड़ा चम्मच अजवाइन लें और इसे 500 ग्राम पानी में डालकर उबाल लें। जब यह आधा बचे तो इसका गरारा करें। या फिर ढाई सौ ग्राम पानी गर्म करके इसमें थोड़ी सी हल्दी और नमक डालकर गरारा करें। इससे भी वायरस से बचाव होता है।
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