देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से उबर रहा है। आम जन जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगा है,  लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से लोगों में डर बन हुआ है। हालांकि, देश में कोविड को काबू में रखने के लिए वैक्सीनेशन अभियान जोरों पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक देश भर में कोविड-19 टीके की 77 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। मगर कुछ जगहों पर ऐसी स्थितियां भी देखने को मिली हैं, जहां कम टीके या फिर अधिक भीड़ होने के कारण दूसरी डोज लेने में देर हो गई है। मतलब पहले डोज के बाद दूसरे डोज के लिए जो तारीख तय थी। उससे समय आगे निकल गया है, लेकिन वैक्सीन नहीं लगी है। ऐसे में क्या इतने अंतराल के बाद वैक्सीन लगवाने से शरीर में एंटीबॉडी बनेगी? वैक्सीन की दूसरी डोज लेने में 4-5 महीने की देरी हो गई, तो क्या एंटीबॉडी बनेगी? कई लोगों के मन में यही सवाल है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां, लोग समय से सेंटर नहीं पहुंचा पाए हैं वो दूसरी डोज की डेट निकलने के बाद से उलझन में हैं।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट

इस बारे में एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. सरमन सिंह बताते हैं कि अगर किसी कारणवश दूसरी डोज लगवाने में देर हो गई, तो भी तुरंत जाकर लगवा लें। वैसे भी पहली डोज में बहुत ज्यादा एंटीबॉडी नहीं बनती। इसलिए दूसरी डोज लगवाना जरूरी है। किसी भी सेंटर पर जाकर आप वैक्सीन लगवा सकते हैं। अगर किसी सेंटर पर कोई कहे कि लेट हो गया है और वैक्सीन लगाने से मना करे तो आप उसकी शिकायत कर सकते हैं।

कब तक आ सकती है तीसरी लहर (Covid-19)

अब देश त्योहार का सीजन आ रहा है ऐसे में कोरोना के संक्रमण के तेजी से फैलने की आशंका रहती है। इससे बचने के लिए लोगों को घरों से कम बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर आने के सवाल पर विशेषज्ञों का कहना है कि कई देशों में कोरोना की तीसरी और चौथी लहर चा चुकी हैं। मगर भारत में अभी कुछ ऐसा नहीं है। कह सकते हैं कि वैक्सीनेशन का हमें फायदा मिल रहा है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।

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