India News (इंडिया न्यूज),Diabetes: डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो एक बार शरीर में बढ़ जाए तो इसे कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो जाता है। शरीर में शुगर लेवल बढ़ने पर कई तरह की बीमारियां भी अपना घर बनाने लगती हैं। डायबिटीज की समस्या पूरी दुनिया में कई लोगों को प्रभावित कर रही है। इसीलिए डायबिटीज को साइलेंट किलर भी कहा जाता है, यह धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाती है। सर्दियों के मौसम में शुगर के मरीजों को सेहत के साथ-साथ अपने खान-पान का भी काफी ख्याल रखना पड़ता है। अगर आपका शुगर लेवल कंट्रोल नहीं हो रहा है तो आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने जौ को डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए काफी कारगर बताया है।

शुगर लेवल कैसे करें कंट्रोल

डायबिटीज के मरीज अक्सर इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि ऐसा क्या खाएं जिससे उनका शुगर लेवल न बढ़े और किसी तरह की कोई समस्या न हो। आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों का जिक्र किया गया है, जिन्हें खाने से शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है। आचार्य बालकृष्ण ने जौ के बारे में बताया है, जिसे रोजाना खाने से शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा। 10 ग्राम जौ, 5 ग्राम तिल और 3 ग्राम मेथी को दरदरा पीसकर 500 ग्राम पानी में भिगो दें। सुबह इसे अच्छी तरह मसलकर छान लें और इस पानी को पी लें। यह पानी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। इस पानी को रोजाना खाली पेट पीने से कई तरह की समस्याओं से राहत मिलती है।

मूत्र मार्ग के रोगों के लिए कारगर

आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि जिन लोगों को पेशाब कम आता है, जलन होती है या बार-बार पेशाब आने की समस्या है, उनके लिए जौ का सेवन काफी कारगर साबित हो सकता है। इसके लिए 10 ग्राम जौ, 5 ग्राम तिल और 3 ग्राम मेथी को मिट्टी के बर्तन में भिगोकर सुबह इसका सेवन करें। इसका सेवन करने से शरीर की गर्मी दूर होगी और जलन शांत होगी और मूत्र संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलेगी।

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खांसी के लिए फायदेमंद

खांसी के लिए जौ बहुत फायदेमंद है। खांसी से पीड़ित लोगों को जौ के पंचांग को जलाकर उसकी राख का चूर्ण बना लेना चाहिए। 1-1 ग्राम राख को सुबह-शाम शहद के साथ चाटने से बहुत लाभ होगा। इसका नियमित सेवन खांसी, कफ और बलगम के लिए बहुत कारगर उपाय है। उन्होंने बताया कि अगर पंचांग उपलब्ध न हो तो जौ की राख का सेवन भी कर सकते हैं। उस राख को पानी के साथ सेवन करने से पेशाब खुलकर आएगा और किडनी की समस्या में भी आराम मिलेगा।

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