India News (इंडिया न्यूज), Jamun Powder for Diabetics: डायबिटीज, जिसे मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर मेटाबॉलिक बीमारी है। यह समस्या समय पर नियंत्रित न की जाए तो शरीर के विभिन्न हिस्सों पर दुष्प्रभाव डाल सकती है। खराब आहार, बिगड़ी जीवनशैली और अत्यधिक तनाव इसके प्रमुख कारणों में से हैं। इंसुलिन हार्मोन की कमी या इसके सही तरीके से काम न करने के कारण ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना अत्यंत आवश्यक है।
आयुर्वेद और युनानी चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया कि डायबिटीज मरीज यदि एक विशेष हर्बल पाउडर का सेवन रोजाना खाली पेट करें, तो वे ब्लड शुगर को नियंत्रित रख सकते हैं। इस हर्बल पाउडर को जामुन की गुठली, सूखा हुआ करेला, और गुड़मार के उपयोग से तैयार किया जाता है। यह पाउडर प्राकृतिक रूप से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि यह पाउडर कैसे काम करता है और इसे घर पर कैसे तैयार किया जा सकता है।
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जामुन की गुठली, सूखा हुआ करेला और गुड़मार कैसे सहायक हैं?
जामुन की गुठली:
जामुन की गुठली में जम्बोलिन (Jamboline) और जैम्बोसिन (Jambosine) जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। जामुन का सेवन पैंक्रियाज को बेहतर तरीके से इंसुलिन का निर्माण करने में मदद करता है। यह कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करता है और भोजन के बाद ब्लड शुगर को सामान्य स्तर पर लाने में सहायक होता है।
सूखा हुआ करेला:
करेले में चरणटिन (Charantin), विसिन (Vicine), और पोलिपेप्टाइड-P जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो प्राकृतिक रूप से इंसुलिन उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं। यह ग्लूकोज की सहनशीलता को बढ़ाता है और ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। करेला का सेवन पाउडर या जूस के रूप में किया जा सकता है।
गुड़मार:
गुड़मार का नाम ही इसका अर्थ स्पष्ट करता है—”चीनी को नष्ट करने वाला।” इसके पत्तों में जिम्नेमिक एसिड (Gymnemic Acid) होता है, जो आंतों में शुगर के अवशोषण को रोकता है। यह मीठा खाने की इच्छा को कम करता है और पैंक्रियाज को सक्रिय कर इंसुलिन स्राव को बढ़ावा देता है।
हर्बल पाउडर बनाने की विधि
सामग्री:
- 100 ग्राम जामुन की गुठली (सूखी हुई)
- 100 ग्राम गुड़मार के पत्ते (सूखे हुए)
- 100 ग्राम करेला (सूखा हुआ)
तैयार करने की प्रक्रिया:
- सभी सामग्री को सुखा लें यदि वे पहले से सूखी न हों।
- जामुन की गुठली, गुड़मार के पत्ते और सूखा करेला को इमामदस्ते में कूटकर या मिक्सर में पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
- इस पाउडर को कपड़े से छान लें ताकि कोई मोटा हिस्सा न रह जाए।
- तैयार पाउडर को एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें।
सेवन का तरीका:
रोजाना सुबह खाली पेट इस पाउडर के 5 ग्राम (लगभग एक चम्मच) का सेवन करें। इसे पानी के साथ लिया जा सकता है। यह पूरे दिन ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करेगा।
यह हर्बल पाउडर एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है, जिसे डायबिटीज मरीज अपने दैनिक जीवन में शामिल कर सकते हैं। जामुन, करेला और गुड़मार की यह त्रिवेणी न केवल ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है, बल्कि पैंक्रियाज के कार्य को भी सुधारती है। आयुर्वेदिक उपायों के साथ संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर डायबिटीज को लंबे समय तक नियंत्रित रखा जा सकता है।