India News (इंडिया न्यूज),Diabetes: डायबिटीज एक क्रॉनिक कंडीशन है, जिसमें शरीर का ब्लड शुगर लेवल घटता-बढ़ता रहता है। ज्यादातर डायबिटीज तब होती है, जब ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। अगर डायबिटीज में नियमित जांच न कराई जाए, डॉक्टर की सलाह न ली जाए और खान-पान और लाइफ़स्टाइल में बदलाव न किए जाएं, तो सेहत बिगड़ती है और डायबिटीज जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत ज़रूरी है। यहां कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने पर दिखने लगते हैं।
मधुमेह के शुरुआती लक्षण
दृष्टि धुंधली हो जाती है
उच्च रक्त शर्करा भी आंखों की फोकस करने की क्षमता को प्रभावित करता है। इससे दृष्टि धुंधली हो जाती है। इसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहा जाता है जो तब होता है जब रेटिना की रक्त वाहिकाएँ क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
बार-बार पेशाब आना
अगर आपको बार-बार पेशाब आने जैसा महसूस होता है या बार-बार पेशाब आने जैसा महसूस होता है, तो यह डायबिटीज का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डायबिटीज में खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे फिल्टर करने के लिए किडनी तेजी से काम करने लगती है। इसी वजह से बार-बार पेशाब आने लगता है।
घाव जल्दी न भरना
अगर डायबिटीज की वजह से शरीर में कहीं भी घाव हो जाए, तो वह जल्दी नहीं भरता। ऐसा तब होता है, जब शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है, क्योंकि डायबिटीज में ग्लूकोज की अधिक मात्रा रक्त धमनियों और नसों को नुकसान पहुंचाने लगती है। इससे शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता भी कम हो जाती है। वहीं, पैरों पर घाव होना डायबिटीज के लक्षणों में से एक है।
मुंह और त्वचा का सूखना
त्वचा का अत्यधिक सूखना और मुंह का सूखना डायबिटीज का संकेत हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि शरीर पेशाब के जरिए ग्लूकोज को शरीर से बाहर निकालता रहता है और इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी, डिहाइड्रेशन की वजह से मुंह सूखने लगता है और त्वचा रूखी हो जाती है।
इन लक्षणों पर भी ध्यान दें
कुछ और लक्षण भी हैं जिनसे मधुमेह की पहचान की जा सकती है। मधुमेह होने पर नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इसके कारण शरीर के अंग सुन्न हो जाते हैं, झुनझुनी होने लगती है और हाथ-पैरों में जलन महसूस होती है।
शरीर में कमजोरी आने लगती है और हर समय थकान महसूस होती है।
मधुमेह के रोगियों की नींद का पैटर्न भी गड़बड़ा जाता है और नींद की कमी होती है।
चिड़चिड़ापन महसूस होता है और बार-बार मूड स्विंग हो सकता है।
बार-बार प्यास लगती है और भूख भी बढ़ जाती है।