India News (इंडिया न्यूज), Bad Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर शरीर में कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। यह हृदय रोगों, उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ाता है। इसलिए, इसे समय रहते पहचानना और नियंत्रित करना जरूरी है।
बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के मुख्य लक्षण
1. हाथ और पैर सुन्न होना:
नसों में ब्लड फ्लो बाधित होने से यह समस्या होती है।
2. पैरों में दर्द:
खराब रक्त संचार के कारण पैरों में कमजोरी और दर्द महसूस हो सकता है।
3. सीने में दर्द:
यह दिल से जुड़े किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
4. जी मिचलाना:
अपच और मितली बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का सामान्य लक्षण है।
5. आंखों में धुंधलापन या काले धब्बे:
आंखों में पीला रंग और धुंधलापन खराब ब्लड फ्लो और कोलेस्ट्रॉल जमा होने का लक्षण हो सकता है।
6. आंखों के पास त्वचा का पीला पड़ना:
यह शरीर में फैट के अत्यधिक जमा होने का संकेत है।
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कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने के प्राकृतिक उपाय
1. करी पत्ता
फायदे:
करी पत्ते में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में मदद करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
रोजाना 8-10 पत्तों को खाना पकाने में डालें।
करी पत्ते का जूस बनाकर सेवन करें।
पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
2. धनिया पत्ता
फायदे:
धनिया पत्ते का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर दोनों को नियंत्रित करता है।
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कैसे करें इस्तेमाल:
इसे सलाद या चटनी के रूप में खाएं।
धनिया का पानी बनाकर सुबह खाली पेट पी सकते हैं।
3. जामुन के पत्ते
फायदे:
इसमें एंथोसायनिन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो नसों में जमा फैट को कम करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
जामुन के पत्तों को सुखाकर पाउडर बनाएं और दिन में दो बार सेवन करें।
इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
4. मेथी के पत्ते
फायदे:
मेथी के पत्तों में ऐसे औषधीय गुण होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
मेथी की सब्जी बनाकर खाएं।
मेथी के पत्तों का जूस बनाकर पिएं।
5. तुलसी के पत्ते
फायदे:
तुलसी मेटाबॉलिक स्ट्रेस को कम करके वजन और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है।
कैसे करें इस्तेमाल:
सुबह खाली पेट 5-6 तुलसी की पत्तियों को धोकर चबाएं।
तुलसी का काढ़ा बनाकर पिएं।
सावधानियां और सुझाव
1. स्वस्थ आहार अपनाएं:
ताजे फल, हरी सब्जियां, और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें।
ट्रांस फैट और जंक फूड से बचें।
2. नियमित व्यायाम करें:
रोजाना 30-40 मिनट की शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
3. शराब और धूम्रपान से बचें:
ये लिवर और हृदय को प्रभावित कर सकते हैं।
4. जांच कराएं:
समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल लेवल और अन्य स्वास्थ्य जांच करवाते रहें।
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5. दवाओं पर निर्भरता कम करें:
शुरूआती चरण में प्राकृतिक तरीकों से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की कोशिश करें।
शरीर में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को समय रहते पहचानना और नियंत्रित करना न केवल हृदय बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। ऊपर बताए गए प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को सुरक्षित सीमा में बनाए रख सकते हैं। यदि लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से परामर्श लेना अनिवार्य है।
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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।