India News (इंडिया न्यूज), Fake Almonds Sold on Diwali: दिवाली के सीजन में मिठाइयों और ड्राई फ्रूट्स की मांग बढ़ जाती है और इस दौरान बाजार में नकली या जहरीले बादाम भी आने लगते हैं। इन नकली बादामों में अक्सर अमगदी या साइट्रिक एसिड जैसे जहरीले रसायन होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं, खासकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, बादाम को सुपरफूड के रूप में जाना जाता है और यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।
बता दें कि बादाम में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, हेल्दी फैट और प्रोटीन होते हैं, जो पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। ये न केवल दिल और दिमाग के लिए अच्छे होते हैं, बल्कि आपकी त्वचा, बालों और पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं और नकली बादाम का सेवन करने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इनमें रासायनिक तत्वों और विषाक्त पदार्थों का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
नकली बादामों को चमकदार और आकर्षक बनाने के लिए उन पर साइट्रिक एसिड, अमगदी और अन्य रासायनिक कोटिंग्स लगाई जाती हैं, जो स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। तो यहां जानें कि इस त्योहारी सीजन में आप नकली और असली बादाम की पहचान कैसे कर सकते हैं।
नकली बादाम पहचानने का आसान तरीका
इसके लिए आपको बस एक गिलास पानी और 5 सेकंड का समय चाहिए। यह तरीका न केवल सुरक्षित है बल्कि बेहद आसान भी है। असली और नकली की पहचान करने के लिए आपको दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा।
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- एक साफ गिलास में सामान्य पानी भरें।
- इसमें कुछ बादाम डालें (जिनकी आप जांच करना चाहते हैं)
- अगर बादाम तैरता है, तो यह असली है। असली बादाम पानी में धीरे-धीरे डूबते हैं।
- अगर बादाम पानी में तैरता है या उसका रंग गहरा हो जाता है, तो हो सकता है कि वह नकली हो। नकली बादाम में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल उन्हें सतह पर हल्का और आकर्षक बनाते हैं, लेकिन वो पानी में ठीक से डूबते नहीं हैं।
नकली बादाम की पहचान करने के लिए कुछ अन्य संकेत
- नकली बादाम ज़्यादा चमकदार होते हैं, क्योंकि उन पर केमिकल की कोटिंग होती है।
- जबकि, असली बादाम का स्वाद हल्का और प्राकृतिक होता है और नकली बादाम में अक्सर कड़वाहट या ज़्यादा खट्टापन होता है।
- नकली बादाम का रंग गहरा और चमकदार होता है, जबकि असली बादाम का रंग हल्का होता है।
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स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
कैंसर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं
नकली बादाम में इस्तेमाल किए जाने वाले रसायन जैसे कि साइट्रिक एसिड और अमंगी (जो आमतौर पर एंटीफंगल रसायन होते हैं) शरीर में विषाक्त तत्व बना सकते हैं। इन रसायनों के लंबे समय तक सेवन से कैंसर जैसी घातक बीमारियाँ हो सकती हैं, क्योंकि ये कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
पाचन संबंधी समस्याएं
नकली बादाम में मिलाए जाने वाले रसायन जैसे कि साइट्रिक एसिड पेट की दीवारों को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इससे अपच, गैस्ट्राइटिस, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। ये पदार्थ पेट के अंदर घुलकर पाचन तंत्र को असंतुलित कर देते हैं, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
किडनी और लीवर पर प्रभाव
नकली बादाम में इस्तेमाल किए जाने वाले रसायन किडनी और लीवर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। शरीर में इन रसायनों के जमा होने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में समस्या होती है, जिससे किडनी फेलियर और लीवर की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
हार्मोनल असंतुलन और एलर्जी
अमंगाई और अन्य रसायन हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं, खासकर महिलाओं में। इससे मासिक धर्म में अनियमितता, हार्मोनल विकार हो सकते हैं और प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। कुछ लोगों को नकली बादाम की रासायनिक कोटिंग से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते, सूजन और खुजली हो सकती है। इससे शरीर में सूजन संबंधी प्रतिक्रियाएं शुरू हो जाती हैं, जिससे अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।