India News (इंडिया न्यूज़), High Blood Pressure: भारत में ब्लड प्रेशर (BP) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और इसका प्रमुख कारण खराब जीवनशैली, गड़बड़ खानपान, और हेल्थ के प्रति लापरवाही है। हालांकि, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाइयां कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ा सकती हैं, विशेषकर जब उन्हें अनुचित तरीके से लिया जाता है।
क्या कहता है अध्ययन?
यूरोपियन सडन कार्डिएक अरेस्ट नेटवर्क के शोधकर्ताओं ने निफेडिपिन और एम्लोडिपिन दवाओं पर अध्ययन किया।
निफेडिपिन (60 मिलीग्राम)
- हाई डोज लेने पर सडन कार्डियक अरेस्ट का खतरा अधिक पाया गया।
- दिल के मरीजों के लिए यह बेहद जोखिमपूर्ण हो सकता है।
एम्लोडिपिन
इसे सुरक्षित माना गया, और इससे सडन कार्डियक अरेस्ट का खतरा नहीं देखा गया।
ब्लड प्रेशर के मरीजों को क्या करना चाहिए?
- डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें या बदलें।
- यदि आप निफेडिपिन जैसी दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से इसे जारी रखने या बदलने के बारे में परामर्श करें।
- सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, या मतली जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लाइफस्टाइल में सुधार करें:
आहार:
- नमक का सेवन कम करें।
- पोटैशियम और फाइबर युक्त आहार, जैसे फल, सब्जियां, और दालें खाएं।
- जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
व्यायाम:
- नियमित योग और हल्का व्यायाम करें।
- तेज चलना (ब्रिस्क वॉक) भी लाभकारी है।
स्ट्रेस मैनेजमेंट:
- ध्यान (मेडिटेशन) और प्राणायाम करें।
- पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करने की कोशिश करें।
प्राकृतिक उपाय:
- लहसुन और अदरक: बीपी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
- मेथी दाना और त्रिफला: नियमित उपयोग से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
- नारियल पानी: पोटैशियम युक्त होने के कारण बीपी को नियंत्रित करता है।
आने वाले जोखिमों से कैसे बचें?
- रेगुलर चेकअप करें: हर तीन महीने में बीपी और दिल की जांच कराएं।
- दवा की डोज मॉनिटर करें: दवा के फायदे और साइड इफेक्ट्स की जानकारी रखें।
- संकेतों को नजरअंदाज न करें: शरीर में कोई भी असामान्य लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर को बताएं।
हाई ब्लड प्रेशर एक साइलेंट किलर हो सकता है। इसे नियंत्रित करने के लिए दवाइयों के साथ-साथ स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बेहद जरूरी है। अगर आपके पास बीपी नियंत्रित करने के घरेलू उपायों पर और जानकारी चाहिए, तो बताएं।