India News (इंडिया न्यूज),Red Meat: मांस का स्वाद लोगों को इतना आकर्षित करता है कि वे इसे हर दिन खाना चाहते हैं। हालांकि, इन दिनों मांस खाने का एक कारण इसमें पाए जाने वाले आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा है। प्रोटीन, विटामिन, खनिज जैसे पोषण की पूर्ति के लिए लोग मांस खाना पसंद करते हैं। लेकिन कई अध्ययनों से पता चला है कि अत्यधिक मांस आपको गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। गलत खान-पान की आदतें स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हैं।
अधिक मात्रा में मांस खाना भी उनमें से एक हो सकता है। अगर आप सब्जियों और फलों की तुलना में एक खास तरह के मांस का सेवन करते हैं तो आपको कोलन कैंसर का खतरा होता है। बड़े जानवरों के मांस से कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ता है। जिसे आमतौर पर रेड मीट कहा जाता है। इस खास तरह के मांस को खाने से पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं।
क्या कहता है शोध
फ्रेड हच कैंसर सेंटर में हुए शोध से पता चला है कि अगर लगातार रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट खाया जाए तो कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है। रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट खाना सबसे खतरनाक है। अमेरिका में बड़ी संख्या में लोग कोलोरेक्टल कैंसर से पीड़ित हैं। साल 2024 में करीब 1.5 लाख लोगों में कोलन कैंसर का पता चला है।
क्या है कोलन कैंसर
कोलन में पॉलीप्स के विकसित होने के कारण कोलन कैंसर होता है। जिसका पता टेस्ट के जरिए लगाया जाता है। आमतौर पर कोलन कैंसर को विकसित होने में 10 साल तक का समय लगता है और यह ज्यादातर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में होता है। लेकिन समय के साथ कोलन कैंसर कम उम्र के लोगों में भी हो रहा है। कोलन एरिया में लंबे समय तक लगातार सूजन रहने के कारण आंतों की दीवारों में बदलाव आ जाता है। जिससे कैंसर कोशिकाएं विकसित होने लगती हैं।
कोलन कैंसर के लक्षण
कोलन कैंसर की समय पर पहचान से इलाज आसान हो सकता है। अगर किसी को रोजाना मल त्याग में बदलाव महसूस होता है। कब्ज, दस्त या पेट ठीक से साफ न हो पाना, शौच के बाद भी बेचैनी, मल में खून आना, हर समय पेट में दर्द महसूस होना, थकान और वजन कम होना, एनीमिया, कमजोरी, इसके कारण हैं। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि इन सभी कारणों से कोलन कैंसर हो, लेकिन आमतौर पर कोलोरेक्टल कैंसर में ये लक्षण देखने को मिलते हैं।
रेड मीट से भी बढ़ता है डायबिटीज का खतरा
शोध के अनुसार, सिर्फ कोलन कैंसर ही नहीं बल्कि रेड मीट से भी डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। लोग अक्सर प्रोटीन के लिए रेड मीट खाते हैं। लेकिन अगर आप किसी भी तरह का रेड मीट खाते हैं, चाहे वह अनप्रोसेस्ड हो या प्रोसेस्ड, तो डायबिटीज का खतरा रहता है। अध्ययन के अनुसार, प्रोसेस्ड रेड मीट खाने से 46 प्रतिशत और अनप्रोसेस्ड रेड मीट खाने से 24 प्रतिशत डायबिटीज का खतरा रहता है।
बड़े जानवरों का मांस सेहत के लिए हानिकारक होता है
- रेड मीट सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि दूसरी बीमारियों को भी न्योता देता है। अगर आप रोजाना रेड मीट खाते हैं, तो आपको इन स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
- रेड मीट कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- अगर नियमित रूप से रेड मीट का सेवन किया जाए तो यह कोलेस्ट्रॉल और मोटापे को बढ़ाता है।
- रेड मीट पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। ज़्यादातर मामलों में इसे पचाना मुश्किल होता है और ये बिना पचे खाद्य पदार्थ कैंसर जैसी बीमारियों के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।
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