Deodorant & Cardiac Arrest: हम में से ज़्यादातर लोग रोज़ाना डियोडेरेंट्स का इस्तेमाल करते हैं, इसे हाइजीन रूटीन का हिस्सा भी माना जाता है। हालांकि, बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि इनका उपयोग कईं बार नुकसान का कारण भी बन सकता है। डियो में मौजूद केमिकल्स कईं बार त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे रैशेज़ और सूजन भी हो सकती है। सिर्फ इतना ही नहीं, हाल ही में एक ऐसी घटना हुई जिससे सब हैरान हैं।
डियो सूंघने से हुई बच्ची की मौत
आपको बता दें कि एक 14 साल की बच्ची की डियोड्रेंट लगाने के बाद मौत हो गई। डॉक्टर्स के मुताबिक, गलती से एरोसोल सूंघने के बाद लड़की को कार्डियक अरेस्ट आ गया। जॉर्जिया ग्रीन, वैसे बिल्कुल फिट और हेल्दी थी और उसने अपने कमरे में डियोड्रेंट छिड़का था। लड़की इससे पहले कभी भी गंभीर तरीके से बीमार नहीं पड़ी थी। इस घटना के बाद, जॉर्जिया अपने कमरे में मृत पाई गई। उसक मां-बाप ने बताया कि वो ऑटिस्टिक थी और कमरे में डियो स्प्रे करने से उसे सुकून मिलता था।
डियोड्रेंट का इस्तेमाल कैसे जानलेवा साबित हो सकता है?
डियोड्रेंट की एरोसोल में टॉक्सिक और ज़हरीले केमिकल्स और गैस मौजूद होती है। यह घटना बच्चों के साथ ही नहीं बल्कि किसी के भी साथ हो सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बारे में जागरुकता फैलाने से इस तरह के हादसों से बचा जा सकता है। साथ ही बच्चों को इनसे दूर रखना भी जरूरी है। डियो की जगह टैल्कम पाउडर का उपयोग बेहतर है।
कार्डियक अरेस्ट क्या होता है?
कार्डियक अरेस्ट एक तरह की मेडिकल इमर्जेन्सी होती है, जिसमें जान जाने का ख़तरा उच्च होता है। कार्डियक अरेस्ट होने पर दिल की धड़कने अचानक बंद हो जाती हैं। कार्डियक अरेस्ट होने पर मरीज़ अचानक बेहोश हो जाता है और उसे फौरन मेडिकल अटेंशन की ज़रूरत होती है।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
सीने में दर्द, बिना वजह घरघराहट होना, सांस फूलना, बेहोशी, चक्कर आना, सिर हल्का महसूस होना, दिल की धड़कनों का अनियमित होना, दिल की धड़कनों का तेज़ होना।