India News (इंडिया न्यूज), Heart Health Tips: तनाव और गलत खान-पान की वजह से दिल के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। समय पर न सोएं। जो मन करे वही खाएं। फास्ट फूड, पैक्ड फूड और तली-भुनी चीजों का अधिक मात्रा में सेवन करें। अगर आप मोटे हैं और निष्क्रिय जीवन जीते हैं, तो सावधान हो जाएं। इस तरह की जीवनशैली के कारण आपको हृदय संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए। कहा जाता है कि तंबाकू का सेवन कम उम्र में ही दिल के दर्द का कारण बन रहा है। सिगरेट, बीड़ी और गुटखा, तंबाकू का सेवन करने से हृदय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
इन लक्षणों को गंभीरता से लें
सीने में तेज दर्द, बिना किसी कारण के पसीना आना, बेचैनी महसूस होना, जबड़े, गर्दन और पीठ में दर्द, सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना, सांस तेज चलना, चक्कर आना, नाड़ी की गति में धीरे-धीरे कमी आना, मानसिक रूप से कुछ भी सोचने या समझने में असमर्थ होना।
इस बात का ध्यान रखें
अपना लोवर बीपी 80 से कम रखें। अगर ब्लड प्रेशर ज्यादा है तो यह दिल के लिए बहुत खतरनाक है।
फास्टिंग शुगर 100 से कम रखें। डायबिटीज और दिल की बीमारी एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।
कोलेस्ट्रॉल को 200 या उससे कम रखें। इसमें भी खराब कोलेस्ट्रॉल 130 से कम होना चाहिए।
जिन लोगों को दिल की बीमारी है, उनका कोलेस्ट्रॉल 80 से कम हो तो बेहतर है।
रोजाना कम से कम 30-45 मिनट टहलें और व्यायाम करें।
जोखिम को पहचानें
हृदय संबंधी समस्याएं किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं। इसलिए, सभी को कम उम्र से ही निवारक उपाय करने चाहिए। उनका कहना है कि सभी को अपने जोखिम कारकों के बारे में पता होना चाहिए और जोखिम को कम करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।