India News (इंडिया न्यूज), 102 Year Old Mike Defeated Cancer: आज के समय में कैंसर पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर और तेजी से बढ़ता हुआ खतरा बन चुका है। हर साल लाखों लोग इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आते हैं। यह न केवल शरीर को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी व्यक्ति और उसके परिवार को बुरी तरह प्रभावित करता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि समय पर सही जानकारी, संतुलित डाइट और सक्रिय जीवनशैली के ज़रिए न केवल कैंसर को रोका जा सकता है, बल्कि इससे पूरी तरह उबरना भी संभव है।
ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है 102 वर्षीय माइक की, जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और जीवनशैली में बदलाव कर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दे दी।
जब जिंदगी थमने को थी…
माइक को 69 वर्ष की आयु में कैंसर का पता चला। डॉक्टरों ने उन्हें सिर्फ तीन महीने का समय दिया था। यह सुनकर कोई भी इंसान टूट सकता था, लेकिन माइक ने हार मानने के बजाय लड़ाई लड़ने का फैसला किया। उन्होंने अपनी पूरी जीवनशैली को बदल दिया और खासतौर पर अपने आहार पर ध्यान केंद्रित किया।
जापानी परंपरा से प्रेरित डाइट
माइक ने जापानी ट्रेडिशन पर आधारित मैक्रोबायोटिक डाइट अपनाई। यह डाइट पूरी तरह से प्लांट-बेस्ड होती है, जिसमें प्राकृतिक और संतुलित खाद्य पदार्थ शामिल किए जाते हैं। माइक की डाइट में शामिल थे:
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ब्राउन राइस (भूरा चावल)
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गाजर, केल और पत्तागोभी जैसी स्टीम्ड सब्जियां
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समुद्री शैवाल
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रोजाना आधा कैन बीन्स
उन्होंने प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स, चीनी और केमिकल युक्त खाद्य पदार्थों को पूरी तरह त्याग दिया। इसके बदले उन्होंने ऑर्गेनिक (प्राकृतिक) खाद्य पदार्थों का चयन किया और खाना पकाने के लिए स्टीमिंग, उबालने और फरमेंटेशन जैसी सरल और सेहतमंद विधियों का उपयोग किया।
मात्र 10 दिनों में नस-नस में उबाल मारेगी जवानी, इस चीज का कर लिया जो जो सेवन, उम्र भर रहेंगे जवान!
शरीर को भी रखा सक्रिय
डाइट के साथ माइक ने शारीरिक गतिविधियों को भी अपनी दिनचर्या का अहम हिस्सा बना लिया। आज भी 102 साल की उम्र में वे न केवल चल-फिर सकते हैं, बल्कि:
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दौड़ते हैं
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कैनोइंग करते हैं
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पुल-अप्स भी कर लेते हैं
यह उनकी ऊर्जा और जीवन के प्रति उत्साह का जीता-जागता प्रमाण है।