India News (इंडिया न्यूज), Prostate Cancer: प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में पाया जाने वाला एक गंभीर बीमारी है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि में होती है। यह ग्रंथि मूत्राशय के नीचे और मलाशय के सामने स्थित होती है और वीर्य निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। प्रोस्टेट कैंसर तब होता है जब प्रोस्टेट की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। यह कैंसर शुरुआत में बिना किसी लक्षण के धीरे-धीरे बढ़ सकता है, लेकिन समय के साथ पेशाब में रुकावट, खून आना, दर्द, या यौन समस्याओं के रूप में इसके लक्षण उभर सकते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर के खतरे और इसका निदान
संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में सबसे आम कैंसरों में से एक है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय पर इसका पता चल जाए, तो इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। प्रोस्टेट कैंसर का खतरा उन पुरुषों में अधिक होता है जिनके परिवार में कैंसर का इतिहास है या जो 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
जांच के तरीके:
- डिजिटल रेक्टल जांच (DRE): इस प्रक्रिया में डॉक्टर प्रोस्टेट ग्रंथि में किसी भी असामान्यता का पता लगाते हैं।
- पीएसए रक्त परीक्षण (PSA Test): इस टेस्ट से खून में प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन की मात्रा का पता लगाया जाता है।
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज
प्रोस्टेट कैंसर का इलाज इसके स्टेज पर निर्भर करता है। इसके प्रमुख उपचार विकल्प इस प्रकार हैं:
- रेग्युलर मॉनिटरिंग: जब कैंसर की गति धीमी होती है, तो डॉक्टर केवल उसकी नियमित निगरानी करते हैं।
- सर्जरी: ग्रंथि को हटाने के लिए ऑपरेशन किया जाता है।
- रेडियोथेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए रेडिएशन का उपयोग किया जाता है।
- हार्मोन थेरेपी: इस पद्धति में कैंसर को बढ़ने से रोकने के लिए हार्मोन को नियंत्रित किया जाता है।
- कीमोथेरेपी: दवाओं के जरिए कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
बचाव के उपाय
1. स्वस्थ आहार अपनाएं
फल, सब्जियां, साबुत अनाज और फाइबर युक्त भोजन को अपने आहार में शामिल करें। टमाटर, हरी सब्जियां और ब्रोकली जैसे खाद्य पदार्थ कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं। रेड मीट और हाई-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन सीमित करें।
2. वजन नियंत्रित रखें
मोटापा प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है। प्रतिदिन 20 मिनट तक पैदल चलें, योग और ध्यान का अभ्यास करें, या किसी खेल गतिविधि में भाग लें।
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3. विटामिन की कमी न होने दें
अपने शरीर में विटामिन D और E की पर्याप्त मात्रा बनाए रखें। यदि इनकी कमी हो, तो डॉक्टर से सलाह लेकर आहार में बदलाव करें।
4. धूम्रपान और शराब का सेवन बंद करें
धूम्रपान और शराब कैंसर के प्रमुख कारकों में से हैं। स्वस्थ जीवनशैली के लिए इन आदतों को छोड़ दें।
5. नियमित मेडिकल चेकअप कराएं
50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को नियमित रूप से प्रोस्टेट स्क्रीनिंग (PSA टेस्ट और DRE) करवानी चाहिए। जिनके परिवार में कैंसर का इतिहास है, उन्हें 40-45 वर्ष की आयु से ही यह जांच शुरू कर देनी चाहिए।
प्रोस्टेट कैंसर को लेकर जागरूकता और समय पर जांच से इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित चिकित्सा जांच के जरिए इस बीमारी से बचाव संभव है। यदि आप या आपका कोई प्रियजन इस जोखिम में है, तो समय रहते डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी कदम उठाएं।