India News (इंडिया न्यूज), Uric Acid Pain Occurs First In This Body Part: आज के दौर में खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यूरिक एसिड का स्तर शरीर में बढ़ने से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है जोड़ों और घुटनों में भयंकर दर्द। इस समस्या को गाउट (Gout) के रूप में भी जाना जाता है, जो मुख्य रूप से पैर के अंगूठे से शुरू होकर धीरे-धीरे अन्य जोड़ों तक फैलता है।
यूरिक एसिड और गाउट का संबंध
गाउट एक प्रकार का गठिया (Arthritis) है, जो शरीर में यूरिक एसिड के उच्च स्तर के कारण उत्पन्न होता है। जब यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह जोड़ों में और उनके आस-पास सुई के आकार के क्रिस्टल बना सकता है। इससे जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या होती है।
गाउट के लक्षण
- अचानक और तीव्र दर्द – सबसे पहले पैर के अंगूठे के ज्वाइंट (Metatarsophalangeal Joint) में दर्द की शुरुआत होती है।
- सूजन और लालिमा – प्रभावित क्षेत्र में सूजन और लाल रंग दिखाई देने लगता है।
- चलने में कठिनाई – जोड़ों में कठोरता और दर्द के कारण चलना मुश्किल हो जाता है।
- रात में बढ़ने वाला दर्द – अक्सर गाउट का दर्द रात में अधिक बढ़ जाता है।
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
- असंतुलित खानपान – अधिक मात्रा में प्रोटीन, रेड मीट, सी फूड, और जंक फूड का सेवन।
- कम पानी पीना – शरीर में डिहाइड्रेशन से यूरिक एसिड क्रिस्टल के रूप में जमा हो सकता है।
- शराब और मीठे पेय पदार्थ – अधिक शराब और शुगर से भरपूर ड्रिंक्स यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
- अनुवांशिक कारण – यदि परिवार में किसी को यह समस्या रही हो, तो इसकी संभावना बढ़ जाती है।
- मोटापा और मधुमेह – अधिक वजन और डायबिटीज भी यूरिक एसिड बढ़ने के कारक बन सकते हैं।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय
- संतुलित आहार – हरी सब्जियां, फल, और लो-फैट डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
- पर्याप्त पानी पिएं – दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी है।
- शराब और मीठे पेय से बचें – सॉफ्ट ड्रिंक्स और अल्कोहल का सेवन कम करें।
- नियमित व्यायाम करें – हल्का योग और वॉकिंग यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
- हर्बल उपाय अपनाएं – गिलोय, अजवाइन, और अलसी के बीज यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यूरिक एसिड की समस्या को समय रहते नियंत्रित करना बहुत जरूरी है, क्योंकि यह जोड़ों के दर्द और गठिया जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। संतुलित आहार, पर्याप्त पानी, नियमित व्यायाम, और हर्बल उपचार के जरिए इस समस्या से बचा जा सकता है। यदि समस्या अधिक गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।