India News (इंडिया न्यूज), Benefits of Kulthi Dal in Stones: आजकल पथरी यानी किडनी में स्टोन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसका प्रमुख कारण खराब खानपान, कम पानी पीना और शरीर में खनिजों का असंतुलन है। पथरी की समस्या होने पर तेज दर्द, पेशाब में जलन और रुकावट जैसी परेशानियां हो सकती हैं। हालांकि, इस समस्या से निपटने के लिए कई घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय उपलब्ध हैं। इन्हीं उपायों में कुलथी दाल का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
कुलथी दाल: एक आयुर्वेदिक वरदान
कुलथी दाल में प्राकृतिक तत्व होते हैं जो कैल्शियम ऑक्सलेट जैसे स्टोन को धीरे-धीरे तोड़कर शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। आयुर्वेद में इसे पथरी की समस्या के लिए एक प्रभावी उपाय माना गया है।
कुलथी दाल का सेवन कैसे करें?
कुलथी दाल का सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। इसे नमक और हल्दी के साथ उबालकर सूप की तरह पिया जा सकता है या इसका काढ़ा बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
कुलथी का काढ़ा बनाने की विधि
- एक गिलास पानी में दो चम्मच कुलथी दाल भिगो दें।
- इसे उबालें और ठंडा होने के बाद छान लें।
- इस काढ़े को सुबह खाली पेट पिएं।
अन्य उपयोग
- कुलथी दाल को पीसकर आटे में मिलाकर पराठा बनाया जा सकता है।
- सूप के रूप में इसे रोजाना सेवन किया जा सकता है।
सावधानियां
- यदि आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या है, तो कुलथी दाल का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
- इसका अत्यधिक सेवन न करें। सप्ताह में 3-4 दिन इसका सेवन पर्याप्त है।
- गर्भवती महिलाएं कुलथी दाल के सेवन से परहेज करें।
पथरी की समस्या से बचने के अन्य उपाय
- दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
- अधिक नमक और ऑक्सलेट युक्त भोजन से बचें।
- संतुलित आहार लें और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां करें।
कुलथी दाल एक सरल और प्राकृतिक उपाय है जो पथरी की समस्या में राहत प्रदान कर सकता है। हालांकि, इसका सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें। सही खानपान और नियमित दिनचर्या अपनाकर पथरी की समस्या से बचा जा सकता है।
High Blood Sugar से लेकर बढ़ चुके Cholesterol तक को आड़े हाथ दबोच लेती है ये आयुर्वेद की 5 देसी चाय