India News (इंडिया न्यूज), Cancer Natural Healing News: जब दवाओं और इलाज के तमाम विकल्प असफल लगने लगें, तो कुछ लोग अपनी इच्छाशक्ति और साहस के बल पर चमत्कार कर दिखाते हैं। ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी है एक 64 वर्षीय व्यक्ति की, जिसने कैंसर के खिलाफ जंग में प्रकृति का सहारा लिया और चमत्कारी परिणाम पाए। यह कहानी न केवल अद्भुत है, बल्कि हमें जीवन और स्वास्थ्य के प्रति नई दृष्टि भी प्रदान करती है।

कैंसर का पता चलना और कीमोथेरेपी की सलाह

52 साल की उम्र में इस व्यक्ति को दो प्रकार के कैंसर—ल्यूकेमिया (रक्त कैंसर) और लिंफोमा (लसीका ग्रंथि का कैंसर)—का पता चला। डॉक्टरों ने तुरंत कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी शुरू करने की सिफारिश की। हालांकि, उन्होंने चिकित्सा पद्धति को छोड़कर प्रकृति की ओर रुख करने का साहसिक निर्णय लिया।

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ठंडी नदी और जंगल बना इलाज

इस व्यक्ति ने एक अनोखा और स्वनिर्मित “प्राकृतिक ट्रायल” शुरू किया। उनका दृष्टिकोण यह था कि शरीर के अंदर ही बीमारी से लड़ने की ताकत मौजूद होती है, जिसे सिर्फ सही वातावरण और समर्थन की आवश्यकता होती है। उन्होंने अपने इलाज में निम्न तरीके अपनाए:

  • 187 मील (करीब 300 किलोमीटर) की तैराकी 4 डिग्री सेल्सियस के बर्फीले पानी में की।
  • हर हफ्ते एक रात जंगल में बिताई।
  • जीवन को डरने की बजाय, उससे प्यार करने का दृष्टिकोण अपनाया।

प्रेरक परिणाम: डॉक्टर्स भी चकित

उनके प्रयासों के परिणाम ने न केवल उन्हें नया जीवन दिया, बल्कि उनके डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया।

  • पहली तैराकी के बाद किए गए ब्लड टेस्ट में ल्यूकेमिया गायब पाया गया।
  • 10 महीने जंगल में बिताने के बाद लिंफोमा का भी नामोनिशान नहीं रहा।
  • उनके कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर ने कहा, “अगर मैंने खुद उनका टेस्ट नहीं किया होता, तो यह विश्वास करना मुश्किल होता कि उन्हें कभी कैंसर था।”

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इस व्यक्ति का मानना है कि दवाएं अंतिम विकल्प होनी चाहिए, पहली नहीं। उनका कहना है, “हर दवा के साइड इफेक्ट्स होते हैं, लेकिन प्रकृति के केवल फायदे होते हैं।” उन्होंने अपने अनुभव से सीखा कि जीवन की मूलभूत ताकत हमारे भीतर ही छुपी हुई है।

आज की स्थिति:

आज 64 साल की उम्र में वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और दो वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि बीमारी को हराने के लिए दवाओं से ज्यादा, इच्छाशक्ति और प्राकृतिक हीलिंग का महत्व होता है। अब वे अपनी कहानी के जरिए दुनिया भर के लोगों को बिना दवा, कीमो और रेडिएशन के अपनी हीलिंग पावर को जगाने का संदेश दे रहे हैं।

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