India News (इंडिया न्यूज), Maida VS White Rice: मैदा और चावल, दोनों ही कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर होते हैं, लेकिन इनमें से किसी एक का अधिक सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दोनों ही फूड़ आइटम्स में कैलोरी की मात्रा अधिक पायी जाती है, इससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है, और ये दोनों ही बहुत हद तक लाइफस्टाइल डिजीज जैसे डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और मोटापे का कारण होते हैं।
सभी हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मैदा और चावल खाने के लिए मना करते हैं क्योंकि दोनों ही फ़ूड आइटम्स सेहत के लिए हानिकारक होते हैं, मैदा पेट में जाकर जमने लगता है और चावल शुगर लेवल को बढ़ाने का काम करता है जिससे व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार हो सकता है। आइये जानें मैदा और चावल में क्या अंतर होता है।
मैदा और चावल कैसे अलग हैं?
मैदा
मैदा, को गेहूं के दाने से बने आटे का अधिक प्रोसेस करके बनाया जाता है इस प्रोसेस के दौरान आटे से अधिकतर पोषक तत्व निकाल दिए जाते हैं। ये पोषक तत्व निकल जाने के बाद यह मुख्य रूप से स्टार्च और उच्च कैलोरी वाला पदार्थ बच जाता है, इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस, टाइप-2 डायबिटीज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
इसके साथ ही, मैदा से तैयार खाने का ज्यादा सेवन करने से शरीर में फाइबर और मिनरल्स की कमी हो जाती है इससे पाचन संबंधी समस्याएं भी सामने आने लगती हैं।
चावल
यदि हम चावल की बात करें तो, चावल में कार्बोहाइड्रेट्स पाए जाते हैं, यदि आपको चावल खाना बेहद पसंद है तो सफ़ेद चावल की जगह ब्राउन राइस का सेवन करें क्योंकि सफेद चावल के मुकाबले ब्राउन राइस को बहुत लाभकारी होता है क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर और अन्य माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। यदि आप सफेद चावल का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का खतरा रहता है।
लेकिन इसका सेवन मैदा के मुकाबले कम कम हानिकारक होता है, यदि आप इसको कम मात्रा में और कभी-कभी खाते हैं तो इसका गलत प्रभाव न के बराबर ही पड़ता है। सफ़ेद चावल और मैदा दोनों में ही बोरिक एसिड समान मात्रा में होता है जिससे दोनों को खाने से एक जैसी हानि होने का खतरा रहता है इसके अलावा दोनों में कैलोरी और प्रोटीन की मात्रा भी एक जैसी ही होती है।
दोनों में से किसका सेवन करना सही?
चावल और मैदा दोनों में ही बोरिक एसिड पाया जाता है, जिससे दोनों को खाने से ही समान हानि हो सकती है। लेकिन यदि चावल को उबालकर या सब्जियों के साथ मिलाकर खाया जाये तो यह मैदा से कम मात्रा में हानि करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इन ही दोनों ही फ़ूड आइटम्स का कम मात्रा में सेवन करना ही सेहत के लिए ठीक है।
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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।