India News(इंडिया न्यूज), New Blood Test: एक साधारण रक्त परीक्षण किसी व्यक्ति के कैंसर या मनोभ्रंश जैसी बड़ी बीमारियों के जोखिम का पूर्वानुमान लगा सकता है, यह पहचान कर कि कौन से अंग अलग-अलग दरों पर बूढ़े हो रहे हैं, एक नए अध्ययन में पाया गया है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के शोधकर्ता यह दिखाने में सक्षम थे कि त्वरित अंग उम्र बढ़ने से उन लोगों में 20 साल की अवधि में 30 अलग-अलग बीमारियों के जोखिम की भविष्यवाणी की जा सकती है, जिन्हें शुरू में स्वस्थ माना जाता था। एक परीक्षण न केवल विशेष अंगों से संबंधित भविष्य की समस्याओं को पहचान सकता है, बल्कि यह भी बता सकता है कि वे शरीर के दूसरे हिस्से में कैसे समस्याएँ पैदा करते हैं। 

इन लोगों में होता है ह्रदय रोग

उदाहरण के लिए, जिस दिल की उम्र अधिक तेजी से बढ़ती है, उसमें हृदय रोगों का जोखिम काफी बढ़ जाता है, जबकि त्वरित फेफड़ों की उम्र बढ़ने वाले लोगों में श्वसन संक्रमण, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित होने की संभावना अधिक होती है। एक अप्रत्याशित मोड़ में, डिमेंशिया का सबसे ज़्यादा जोखिम उन लोगों में पाया गया जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली सामान्य से ज़्यादा तेज़ी से बूढ़ी हुई – उन लोगों में नहीं जिनका मस्तिष्क मध्य जीवन में ज़्यादा तेज़ी से बूढ़ा हुआ। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह पहले के शोध का समर्थन करता है जिसमें पाया गया था कि गंभीर संक्रमण से ग्रस्त लोगों में बाद के जीवन में भी डिमेंशिया का जोखिम ज़्यादा होता है।

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