India News (इंडिया न्यूज), Oats Health Risks: ओट्स का सेवन आज के समय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया है। इसे सुपरफूड माना जाता है क्योंकि यह हाई फाइबर, प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। नाश्ते के लिए ओट्स एक आदर्श विकल्प है, जो न केवल पेट को भरा रखता है बल्कि दिल की सेहत और पाचन के लिए भी फायदेमंद है। लेकिन हर चीज के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। ओट्स भी इसका अपवाद नहीं है। आइए जानते हैं कि किन लोगों को ओट्स खाने से बचना चाहिए और क्यों।
1. एलर्जी से पीड़ित लोग
ओट्स से एलर्जी होने की संभावना बच्चों और वयस्कों दोनों में होती है। यदि किसी को ओट्स से एलर्जी है, तो इसके सेवन से पित्ती, पेट की समस्या और श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे लोगों को ओट्स से बने उत्पादों से परहेज करना चाहिए और किसी भी नए खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
2. इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) के मरीज
ओट्स में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है। हालांकि, IBS से पीड़ित लोगों के लिए यह फाइबर पेट में सूजन, गैस और असुविधा का कारण बन सकता है। ऐसे मामलों में, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
3. मिनिरल्स की कमी वाले लोग
ओट्स में फाइटिक एसिड नामक एंटीन्यूट्रिएंट होता है, जो कैल्शियम, आयरन और जिंक जैसे आवश्यक मिनिरल्स के अवशोषण को बाधित कर सकता है। यह स्वस्थ व्यक्तियों के लिए कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन जिन लोगों में पहले से ही मिनिरल्स की कमी है या जो लंबे समय तक केवल ओट्स पर निर्भर रहते हैं, उन्हें ओट्स का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
4. किडनी की बीमारी से पीड़ित लोग
ओट्स में फॉस्फोरस की मात्रा अधिक होती है। किडनी की बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए उच्च फॉस्फोरस का सेवन हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह किडनी के लिए अतिरिक्त भार डाल सकता है। ऐसे मरीजों को अपने आहार में ओट्स शामिल करने से पहले नेफ्रोलॉजिस्ट से परामर्श करना चाहिए।
5. डायबिटीज के मरीज
ओट्स में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो धीमी गति से पचते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। हालांकि, कुछ प्रकार के ओट्स जैसे फ्लेवर्ड या इंस्टेंट ओट्स में शुगर की मात्रा अधिक हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों को ऐसे ओट्स से बचना चाहिए और सादे ओट्स का सेवन भी डॉक्टर से सलाह लेकर ही करना चाहिए।
ओट्स खाने के सही तरीके
- रात भर भिगोए हुए ओट्स: इन्हें पचाना आसान होता है और पोषक तत्व बेहतर अवशोषित होते हैं।
- ओट्स चीला: यह नाश्ते के लिए एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प है।
- ओट्स स्मूदी: फलों और नट्स के साथ मिलाकर इसे पोषण से भरपूर बनाया जा सकता है।
ओट्स एक बेहतरीन सुपरफूड है, लेकिन इसे अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सावधानी से खाना चाहिए। यदि आपको ऊपर बताए गए किसी भी प्रकार की समस्या है, तो ओट्स का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर या डाइटीशियन से परामर्श लें। सही मात्रा और तरीके से सेवन करने पर ओट्स आपके स्वास्थ्य के लिए एक अमूल्य योगदान दे सकता है।