India News (इंडिया न्यूज), Platelet Deficiency Symptoms : अगर शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य से कम हो जाए तो ये स्थिति खतरनाक हो सकती है। प्लेटलेट्स खून के थक्के जमने में अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन जब इनकी मात्रा कम होने लगती है तो मामूली चोट लगने या बिना किसी कारण के खून बहने लगता है। ये एक गंभीर स्थिति बन सकती है, जिसका समय पर इलाज न होने पर जानलेवा भी हो सकता है।
प्लेटलेट्स कम होने के क्या हैं लक्षण ?
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1,50,000 से 4,50,000 प्रति माइक्रोलीटर खून के बीच होनी चाहिए। जब ये संख्या इससे कम हो जाती है तो खून के थक्के जमने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे आंतरिक और बाहरी रक्तस्राव की संभावना बढ़ जाती है। प्लेटलेट्स कम होने पर शरीर कुछ चेतावनी संकेत भी देता है, जिन्हें समझना और नज़रअंदाज़ न करना बेहद ज़रूरी है।
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शरीर पर ऐसे निशान दिखाई देना
सबसे आम लक्षणों में से एक है बिना चोट के शरीर पर नीले, बैंगनी या काले निशान दिखना। ये निशान त्वचा के नीचे खून के थक्के जमने की वजह से बनते हैं, जो इस बात का संकेत है कि खून के जमने की क्षमता कम हो गई है।
स्किन पर चकत्ते होना
इसके अलावा त्वचा पर, खास तौर पर पैरों या शरीर के निचले हिस्से में छोटे-छोटे लाल या बैंगनी रंग के चकत्ते दिखाई दे सकते हैं। लोग अक्सर इन्हें चकत्ते या एलर्जी समझकर अनदेखा कर देते हैं।
नाक से खून आना
नाक और मसूड़ों से बार-बार खून आना भी प्लेटलेट की कमी का अहम संकेत हो सकता है। अगर ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आए या नाक से अचानक खून बहने लगे, तो यह शरीर में किसी विकार का संकेत हो सकता है।
अधिक थकावट महसूस करना
थकान और कमजोरी भी इस स्थिति का एक गंभीर लक्षण है। प्लेटलेट्स कम होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है, जिसकी वजह से व्यक्ति बिना ज्यादा मेहनत किए भी थका हुआ महसूस करता है।
मल या पेशाब में खून आना
अगर मल या पेशाब में खून दिखे, तो यह बहुत गंभीर स्थिति हो सकती है। इससे पता चलता है कि शरीर के अंदर भी रक्तस्राव हो रहा है, जिसके लिए तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
प्लेटलेट की कमी को हल्के में लेना पड़ेगा महंगा
प्लेटलेट की कमी को हल्के में लेना महंगा पड़ सकता है। ऐसे लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है, ताकि समय रहते इलाज शुरू हो सके और किसी बड़ी समस्या से बचा जा सके।