India News (इंडिया न्यूज),Signs of Healthy Kidney: खराब जीवनशैली का असर किडनी पर भी पड़ रहा है। आपकी कुछ गलत आदतें किडनी से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकती हैं। किडनी शरीर में खून को फिल्टर करने और हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती हैं। किडनी में जरा सी भी खराबी होने पर शरीर में कुछ लक्षण साफ दिखने लगते हैं। इन्हें पहचान कर आप किडनी की सेहत का हाल पता लगा सकते हैं। हालांकि किडनी खराब होने के लक्षणों को नजरअंदाज करना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि किडनी की बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। इसलिए किडनी से जुड़े लक्षणों पर जरूर ध्यान दें। जानिए आप कैसे पता लगा सकते हैं कि आपकी किडनी स्वस्थ है या नहीं?
स्वस्थ किडनी के लक्षण हिंदी में
सामान्य रूप से टॉयलेट जाना
किडनी के लक्षण सबसे पहले टॉयलेट में दिखते हैं। अगर आपको पेशाब से जुड़ी कोई समस्या नहीं है, तो समझ लें कि किडनी में कोई खराबी नहीं है और आपकी किडनी स्वस्थ है। किडनी में समस्या होने पर पेशाब के रंग में बदलाव होता है या पेशाब कम या ज़्यादा आने लगता है।
सूजन नहीं
अगर शरीर में कहीं भी सूजन नहीं है, तो किडनी स्वस्थ है। क्योंकि किडनी खराब होने पर सूजन की समस्या तेजी से बढ़ती है। किडनी की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने और खून के फिल्टर न होने की वजह से सूजन की समस्या शुरू होती है। किडनी में कोई समस्या होने पर आंखों और शरीर के निचले हिस्से, पैरों और टखनों में सूजन हो सकती है। अगर ऐसा नहीं है, तो किडनी स्वस्थ है।
अच्छी नींद
अगर किडनी में कोई समस्या है, तो आपकी नींद भी प्रभावित होती है। सोने का तरीका खराब रहता है जो किडनी से जुड़ी बीमारियों की ओर इशारा करता है। अगर आपकी नींद बहुत अच्छी आती है, तो आपकी किडनी ठीक से काम कर रही है। इसे स्वस्थ किडनी का संकेत माना जाता है।
मांसपेशियां शिथिल
अगर मांसपेशियों में ऐंठन नहीं होती और कोई समस्या नहीं होती तो आपकी किडनी स्वस्थ है। क्योंकि किडनी खराब होते ही मांसपेशियों से जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगती हैं। मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन होने लगती है। अगर ऐसे कोई लक्षण नहीं हैं तो किडनी स्वस्थ है।
साफ और स्वस्थ त्वचा
अगर आपकी त्वचा साफ और पूरी तरह स्वस्थ है तो शरीर स्वस्थ है। किडनी का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। क्योंकि किडनी की बीमारी होने पर त्वचा से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। खून ठीक से फिल्टर नहीं होता और शरीर डिटॉक्स नहीं होता, जिससे त्वचा में खुजली, रूखी त्वचा और दूसरी समस्याएं होने लगती हैं। अगर इनमें से कोई लक्षण नहीं हैं तो समझ लें कि किडनी स्वस्थ है।
किडनी की जांच के लिए कौन सी जांच की जाती है?
डॉक्टर लक्षणों के अनुसार यूरिनलिसिस, यूरिन कल्चर, वॉयडिंग सिस्टोयूरेथ्रोग्राम, डिजिटल रेक्टल टेस्ट, ब्लड कल्चर, किडनी अल्ट्रासाउंड, शुगर और बीपी टेस्ट और आपकी मेडिकल हिस्ट्री पता करके टेस्ट लिख सकते हैं।