India News (इंडिया न्यूज),Skin Cancer: त्वचा कैंसर अक्सर हानिकारक सूरज की किरणों के संपर्क में आने से जुड़ा होता है। पराबैंगनी (यूवी) किरणें त्वचा कोशिकाओं में डीएनए को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। पिछले कुछ सालों में जिस तरह से तापमान बढ़ा है, उससे भी त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ गया है। त्वचा कैंसर आम कैंसर में से एक है, जिसका सही समय पर इलाज किया जाए तो इससे बचा जा सकता है। सूरज की हानिकारक यूवी किरणों के संपर्क में आने के अलावा और भी कई कारण हैं जो त्वचा कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं। इससे जुड़ा पारिवारिक इतिहास या कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली भी त्वचा कैंसर का कारण हो सकती है। साथ ही गलत स्किन केयर रूटीन और लंबे समय तक केमिकल वाले उत्पादों का इस्तेमाल भी कैंसर का कारण बन सकता है।

लोग विदेशी और अंतरराष्ट्रीय स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। जिसमें बेदाग त्वचा का राज कहे जाने वाले कोरियाई स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बढ़ रहा है। हाल ही में इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि कहीं ये स्किन केयर रूटीन कैंसर का कारण तो नहीं बन रहे हैं।

ब्यूटी प्रोडक्ट्स रहे कैंसर के खतरे को बढ़ा

कई स्किन एक्सपर्ट्स ने लोगों को इससे बचने के लिए सनस्क्रीन, सीरम और दूसरे ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो बीमारी को रोकने में मदद करते हैं। त्वचा को यूवी रेडिएशन से बचाते हैं। हालांकि, इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि क्या ये प्रोडक्ट्स स्किन कैंसर का कारण बनते हैं। हालांकि, इस बारे में कोई ठोस सबूत नहीं है। फिर भी लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या लंबे समय तक लगातार ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड खतरनाक

कुछ स्किनकेयर उत्पादों में ऐसे रसायन होते हैं जो अन्य प्रकार के कैंसर का कारण बन सकते हैं। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय सौंदर्य उत्पादों का उपयोग भारतीय त्वचा के लिए पूरी तरह से उपयुक्त नहीं है। अमेरिका के एक प्रसिद्ध स्किनकेयर उत्पाद में पैराबेंस जैसे प्रिजर्वेटिव होते हैं। इससे हार्मोन को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है और यहां तक ​​कि स्तन कैंसर भी हो सकता है। जबकि अगर कंपनी भारत के लिए यह उत्पाद बनाती है, तो इसे बिना प्रिजर्वेटिव के तैयार किया जाएगा। अमेरिका में बने स्किनकेयर उत्पादों में बेंजीन का स्तर भी अधिक होता है, जिससे ल्यूकेमिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

स्किन कैंसर से कैसे बचें?

स्किन केयर प्रोडक्ट्स का सही तरीके से इस्तेमाल न करना, खास तौर पर SPF 30 या उससे ज़्यादा वाला सनस्क्रीन न इस्तेमाल करना स्किन कैंसर का कारण बन सकता है। लेकिन ज़्यादातर सनस्क्रीन में पाए जाने वाले ऑक्सीबेनज़ोन तत्व को दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी माना जा रहा है।

क्या गलत स्किन केयर रूटीन से स्किन कैंसर

स्किन केयर रूटीन और स्किन कैंसर के बीच कोई तथ्यात्मक जानकारी भले ही न हो, लेकिन ऐसे कई उत्पाद हैं जिनमें हानिकारक केमिकल होते हैं। लंबे समय तक ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए अपने मौसम, जलवायु, स्किन टाइप को ध्यान में रखते हुए स्किन केयर प्रोडक्ट्स चुनें।

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