India News (इंडिया न्यूज),  Stale Food: आमतौर पर माना जाता है कि बासी खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है। आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस भी इस बात पर सहमति जताते हैं कि ताजा बना हुआ खाना ही सबसे पौष्टिक और फायदेमंद होता है। हालांकि, कुछ भारतीय पारंपरिक खाद्य पदार्थ ऐसे हैं, जो बासी होने के बाद और भी ज्यादा स्वादिष्ट और सेहतमंद हो जाते हैं। कई घरों में रात का बचा हुआ खाना अगली सुबह खाया जाता है, और यह न सिर्फ स्वाद में बेहतर लगता है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी होता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ बासी खाद्य पदार्थों के बारे में, जो आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।

बासी रोटी

अक्सर घरों में बुजुर्गों को रात की बची हुई रोटी को अगली सुबह चाय या दूध के साथ खाते देखा जाता है। यह सिर्फ आदत नहीं बल्कि एक हेल्दी प्रैक्टिस भी है। बासी रोटी में फर्मेंटेशन का प्राकृतिक प्रोसेस शुरू हो जाता है, जो गट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह पाचन में सुधार लाने के साथ-साथ डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी मानी जाती है। इसके अलावा, बासी रोटी खाने से पेट संबंधी समस्याओं में भी राहत मिल सकती है।

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बासी चावल

भारत के कई राज्यों में बासी चावल को खास तौर पर डाइट में शामिल किया जाता है। रात में बची हुई चावल को पानी में भिगोकर सुबह उसमें नमक, मिर्च और प्याज डालकर खाया जाता है। इसे बंगाल और ओडिशा में ‘पंताभात’ और छत्तीसगढ़ में ‘बासी भात’ कहा जाता है। यह एक तरह का फर्मेंटेड फूड होता है, जिसमें गुड बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो पाचन तंत्र के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, बासी चावल में आयरन, कैल्शियम, सोडियम और पोटैशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

बासी खीर

भारतीय घरों में मीठे में खीर बनाना आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी बासी खीर खाई है? रात में बनी खीर को फ्रिज में ठंडा करके खाने से इसका स्वाद रबड़ी जैसा हो जाता है। इतना ही नहीं, यह गट हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। ठंडी खीर में फर्मेंटेशन का हल्का असर शुरू हो जाता है, जिससे यह पचाने में आसान हो जाती है और पेट के लिए भी अच्छी होती है।

बासी दही

अगर दही को एक या दो दिन के लिए रखा जाए, तो उसमें फर्मेंटेशन की प्रक्रिया तेज हो जाती है और गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने लगती है। यह बैक्टीरिया न सिर्फ पाचन को बेहतर बनाते हैं, बल्कि इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी मदद करते हैं। जिन लोगों को ताजा दूध या दही से परेशानी होती है, वे बासी दही को आसानी से पचा सकते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन बी12 और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा भी बढ़ जाती है, जो शरीर के लिए फायदेमंद होती है।

बासी राजमा-चावल

राजमा-चावल भारतीय खाने का एक लोकप्रिय व्यंजन है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह बासी होने के बाद और भी ज्यादा हेल्दी हो जाता है? रातभर फ्रिज में रखे राजमा में मौजूद मसाले और दाल के फ्लेवर एक-दूसरे में अच्छी तरह घुल जाते हैं, जिससे इसका स्वाद और बेहतर हो जाता है। इसके अलावा, राजमा में मौजूद कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का ब्रेकडाउन शुरू हो जाता है, जिससे यह पचाने में आसान हो जाता है। बासी राजमा में फाइबर, आयरन, पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।

क्या सच में बासी खाना फायदेमंद है?

हालांकि, बासी खाने को लेकर कई तरह की धारणाएं हैं, लेकिन कुछ खास खाद्य पदार्थ बासी होने के बाद भी पोषण से भरपूर रहते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि बासी खाने को सही तरीके से स्टोर करना जरूरी होता है, ताकि उसमें हानिकारक बैक्टीरिया न पनपें। अगर सही तरीके से रखा जाए और सही समय में खाया जाए, तो कुछ बासी फूड आइटम्स सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं, बल्कि फायदेमंद साबित हो सकते हैं। खाने को ताजा बनाकर खाना सेहत के लिए बेहतर होता है, लेकिन कुछ विशेष भारतीय खाद्य पदार्थ बासी होने के बाद भी पोषण से भरपूर रहते हैं। बासी रोटी, चावल, खीर, दही और राजमा-चावल जैसे व्यंजन सही तरीके से स्टोर किए जाने पर सेहत के लिए लाभकारी हो सकते हैं। इसलिए, अगली बार अगर खाना बच जाए, तो उसे फेंकने के बजाय सही तरीके से स्टोर करें और अगले दिन उसका आनंद लें।

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