India News (इंडिया न्यूज), Fatty Liver Symptoms: लिवर हमारे शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है, जिसका मुख्य कार्य शरीर से हानिकारक पदार्थों और अपशिष्टों को बाहर निकालना है। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है और पोषक तत्वों के मेटाबोलिज्म, पित्त के निर्माण, ग्लूकोज व विटामिन्स को स्टोर करने जैसे कई अहम कार्य करता है। यदि लिवर का ध्यान न रखा जाए, तो यह फैटी लिवर या अन्य लिवर से जुड़ी बीमारियों का कारण बन सकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिसर्च और विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, कुछ खास खाद्य पदार्थ और हर्ब्स लिवर की सेहत को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
लिवर में सूजन के लक्षण
लिवर की सूजन के कारण पेशाब में कुछ खास लक्षण देखने को मिल सकते हैं:
- पेशाब का गहरा रंग: जब लिवर ठीक से बिलीरुबिन को प्रोसेस नहीं कर पाता, तो यह खून और पेशाब में बढ़ जाता है।
- पेशाब में झाग: लिवर से प्रोटीन लीक होने या लिवर फेल्योर के कारण पेशाब में झाग दिखाई दे सकता है।
- पेशाब में बदबू: शरीर से टॉक्सिन्स न निकल पाने पर पेशाब से बदबू आने लगती है।
- जलन और बार-बार पेशाब आना: लिवर की सूजन और संक्रमण के लक्षण के रूप में पेशाब में जलन महसूस हो सकती है।
लिवर फ्रेंडली हर्ब्स और फूड्स
लिवर की बीमारियों को नियंत्रित करने और उसकी सेहत सुधारने के लिए निम्नलिखित हर्ब्स और फूड्स का सेवन फायदेमंद होता है:
1. लहसुन
लहसुन न केवल एक मसाला है बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर एक हर्ब भी है। यह लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है।
- लाभ:
- इसमें सल्फर यौगिक होते हैं जो लिवर को डिटॉक्स करते हैं।
- सूजन-रोधी गुण लिवर की सूजन को कम करते हैं।
- कैसे सेवन करें:
- रोजाना दो से तीन लहसुन की कलियों का सेवन करें।
- इसे स्टिर-फ्राई, पास्ता, या भुनी हुई सब्ज़ियों में डालकर खाएं।
2. ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट कैटेचिन से भरपूर होती है, जो लिवर को नुकसान से बचाने में सहायक है।
- लाभ:
- लिवर की नेचुरल तरीके से सफाई करती है।
- फैटी लिवर का खतरा कम करती है।
- कैसे सेवन करें:
- रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी पिएं।
3. हल्दी
हल्दी एक बेहतरीन औषधीय मसाला है, जिसमें सक्रिय यौगिक करक्यूमिन पाया जाता है।
- लाभ:
- लिवर की कोशिकाओं की रक्षा करता है।
- पित्त उत्पादन को बढ़ावा देता है।
- कैसे सेवन करें:
- हल्दी का उपयोग करी, सूप, या गर्म दूध में करें।
लिवर के लिए अन्य उपयोगी टिप्स
- नट्स का सेवन: हफ्ते में चार बार नट्स खाने से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) का खतरा कम हो सकता है।
- कच्चे लहसुन का सेवन: हफ्ते में दो बार कच्चा लहसुन खाने से लिवर कैंसर का खतरा कम होता है।
- ग्रीन टी: नियमित सेवन से लिवर एंजाइम के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है।
लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। स्वस्थ आहार और नियमित हर्ब्स के सेवन से लिवर को हेल्दी रखा जा सकता है। ग्रीन टी, लहसुन, और हल्दी जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थ लिवर की सेहत को सुधारने में सहायक होते हैं।
अपना लिवर स्वस्थ रखें और एक सेहतमंद जीवन का आनंद लें।
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