India News (इंडिया न्यूज), Symptoms Of Kidney Damage On Feet: किडनी यानी गुर्दे हमारे शरीर की सफाई व्यवस्था का अहम हिस्सा होते हैं। ये न सिर्फ खून को फिल्टर कर विषैले तत्व बाहर निकालते हैं, बल्कि शरीर के कई जरूरी कार्यों में भी योगदान देते हैं। लेकिन जब किडनी की कार्यक्षमता कमजोर होने लगती है, तो शरीर धीरे-धीरे संकेत देने लगता है, खासकर पैरों के ज़रिए। विशेषज्ञों की मानें तो अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान कर इलाज शुरू कर दिया जाए, तो गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।
किडनी देती है ये संकेत
डॉक्टरों के मुताबिक, जब किडनी ठीक से काम नहीं करती, तो इसका असर ब्लड सर्कुलेशन और शरीर के इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस पर पड़ता है। इसके चलते टॉक्सिंस शरीर में जमा होने लगते हैं और अलग-अलग लक्षण सामने आते हैं। पैरों में दिखने वाले लक्षणों को समझना बेहद जरूरी है क्योंकि यही शुरुआती चेतावनी हो सकती है।
ठंडे पैर देते हैं किडनी खराब का संकेत
गर्मियों में भी अगर पैरों के तलवे ठंडे महसूस होते हैं, तो यह किडनी से जुड़ी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। दरअसल, किडनी फेलियर की स्थिति में रक्त संचार धीमा हो जाता है, जिससे पैरों तक सही मात्रा में गर्म रक्त नहीं पहुंचता और वे ठंडे बने रहते हैं।
पैरों या तलवों में तेज खुजली होना
इसी तरह अगर पैरों या तलवों में बार-बार तेज खुजली हो रही हो, तो यह भी चेतावनी हो सकती है। खराब होती किडनी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर नहीं निकाल पाती, जिससे ये त्वचा में जमकर खुजली का कारण बनते हैं।
पैरों और घुटनों में सूजन बनी रहना
लंबे समय तक पैरों और घुटनों में सूजन बनी रहना भी किडनी फेल होने की एक अहम निशानी मानी जाती है। जब शरीर में टॉक्सिंस और अतिरिक्त फ्लूइड जमा होने लगते हैं, तो वे पैरों में सूजन के रूप में दिखाई देते हैं।
पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन होना
कई बार लोग पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह लक्षण भी गुर्दों की खराबी से जुड़ा हो सकता है। खराब ब्लड सर्कुलेशन और नर्व डैमेज के चलते यह समस्या उत्पन्न होती है।
मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन होना
इसके अलावा, मांसपेशियों में अचानक दर्द और ऐंठन होना, चलने में तकलीफ महसूस होना भी किडनी के खराब होने का संकेत हो सकता है। इसका कारण इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन है, जो किडनी की खराबी से उत्पन्न होता है। यदि आपको पैरों से जुड़े ये लक्षण लगातार परेशान कर रहे हैं, तो इसे अनदेखा करना खतरनाक साबित हो सकता है। बेहतर होगा कि आप समय पर डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी जांच कराएं, ताकि किडनी की किसी भी गंभीर समस्या को शुरुआती स्तर पर ही पकड़ा जा सके।