India News (इंडिया न्यूज), Benefits of Santhiva: आजकल बढ़ती उम्र, खराब जीवनशैली और पोषण की कमी के कारण जोड़ों का दर्द (संधिवात), सायटिका, घुटनों का दर्द, गर्दन व पीठ का दर्द आम समस्याएं बन गई हैं। ये न केवल शारीरिक असुविधा देते हैं बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी बुरी तरह प्रभावित करते हैं।
लेकिन आयुर्वेद में एक ऐसा प्राकृतिक उपचार है जो इन सभी परेशानियों से राहत दिला सकता है – “संधिवा”। अगर इसे रात को सोने से पहले 1 चम्मच लिया जाए, तो यह शरीर के 21 से ज्यादा प्रकार के दर्दों और रोगों को जड़ से खत्म करने में सहायक माना जाता है।
संधिवा क्या है?
संधिवा एक आयुर्वेदिक औषधीय संयोजन है, जिसे खासतौर पर हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द से राहत के लिए तैयार किया गया है। यह अनेक शक्तिशाली और प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
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अश्वगंधा – सूजन और तनाव कम करने वाला
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शुद्ध शिलाजीत – हड्डियों को मज़बूती देने वाला
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रसायन गुणों वाली हरड़, बहेड़ा, आंवला
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सौंठ, हल्दी, गुग्गुल – दर्द और सूजन से राहत
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निर्गुंडी और अरणी – पुराने वात रोगों के लिए रामबाण
शरीर के ये लक्षण चीख-चीखकर दे रहे है खतरे की घंटी, समय रहते है बचा लीजिये अपना शरीर नहीं तो मौत…?
किन रोगों में देता है लाभ? (कुल 21 रोगों में असरदार)
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घुटनों का दर्द
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सायटिका (Sciatica)
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कमर दर्द
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पीठ दर्द
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गर्दन में जकड़न
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हड्डियों में सूजन
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मांसपेशियों में खिंचाव
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गठिया (Arthritis)
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ऑस्टियोपोरोसिस
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शरीर में अकड़न
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एडियों का दर्द
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कंधों का जाम होना
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पुराना वात रोग
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चलने में परेशानी
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अंगों का सुन्न पड़ना
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स्नायु रोग
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रीढ़ की हड्डी का दर्द
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हाथ-पैर में झनझनाहट
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बढ़ती उम्र से जुड़ा जोड़ों का क्षय
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उठने-बैठने में तकलीफ
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नींद की कमी से जुड़ी मांसपेशियों की थकान
कैसे करें सेवन?
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रात को सोने से ठीक पहले,
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एक चम्मच संधिवा चूर्ण या सिरप को,
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गुनगुने दूध या गर्म पानी के साथ लें।
नियमित रूप से 15–30 दिन सेवन करने पर स्पष्ट फर्क दिखता है।
सावधानियां:
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गर्भवती महिलाओं को बिना सलाह न लें।
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अधिक मात्रा से बचें।
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किसी एलर्जी या अन्य दवाओं के साथ लेने से पहले वैद्य या डॉक्टर से सलाह लें।
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बच्चों के लिए अलग डोज़ हो सकती है।
बस एक घूंट और 300 फायदे! इस चमत्कारी लकड़ी का पानी बना देगा पेट को लोहे जैसा, घाव, गैस सब साफ!
संधिवा क्यों है खास?
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100% आयुर्वेदिक और प्राकृतिक
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कोई साइड इफेक्ट नहीं
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दर्द से स्थायी राहत
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शरीर में वात दोष को संतुलित करता है
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हड्डियों को मजबूती और जोड़ों में लचीलापन देता है
अगर आप या आपके परिवार के सदस्य लगातार जोड़ों, पीठ या घुटनों के दर्द से परेशान हैं और बार-बार दवाइयों पर निर्भर नहीं रहना चाहते, तो “संधिवा” एक आयुर्वेदिक वरदान साबित हो सकता है। इसे अपनाकर आप फिर से पहले जैसा सक्रिय जीवन जी सकते हैं।
प्राकृतिक हो, तो भरोसेमंद हो!
रात को बस 1 चम्मच और दर्द को कहें अलविदा!
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