India News (इंडिया न्यूज), Liver Desease: इसे कभी दिल का टुकड़ा, किडनी का टुकड़ा या फेफड़े का टुकड़ा नहीं कहा जाता। आम बोलचाल में इसे हमेशा मेरे जिगर का टुकड़ा कहा जाता है। दरअसल, ऐसा इसलिए क्योंकि लीवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, इसके बिना शरीर की अधिकांश गतिविधियां जैसे मेटाबॉलिज्म, एंजाइम्स का स्राव, पाचन आदि संभव नहीं हैं।

क्या है लीवर में सूजन?

बता दें कि, लीवर से जुड़ी एक ऐसी ही संक्रामक बीमारी हेपेटाइटिस है। आयुर्वेद फेडरेशन ऑफ इंडिया के संस्थापक और नोएडा के आयुर्वेदाचार्य डॉ. अभिषेक गुप्ता ने आम भाषा में इसका मतलब, सार और इलाज समझाया। डॉ. अभिषेक के मुताबिक, जब भी किसी बीमारी के अंत में आईटीआई आता है, तो इसका सीधा मतलब सूजन या संक्रमण होता है। जैसे नेफ्राइटिस, स्टीटोआर्थराइटिस आदि। इसी तरह हेपेटाइटिस भी सूजन और संक्रमण से जुड़ी एक समस्या है। जिसमें हमारा लीवर प्रभावित होता है। जैसा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा परिभाषित किया गया है, हेपेटाइटिस विभिन्न प्रकार के संक्रामक वायरस और गैर-संक्रामक एजेंटों के कारण होने वाली यकृत की सूजन है। जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिनमें से कुछ जीवन के लिए खतरा हो सकती हैं।

हेपेटाइटिस के कितने प्रकार?

हेपेटाइटिस वायरस के पांच मुख्य प्रकार हैं, जिन्हें A, B, C, D और E कहा जाता है। ये सभी प्रकार यकृत रोग का कारण बनते हैं, लेकिन संक्रमण के तरीके, बीमारी की गंभीरता, लोगों के रहने के माहौल, उनके आहार और रोकथाम के तरीकों के कारण इसका प्रभाव व्यक्ति से व्यक्ति में भिन्न होता है। डॉक्टर ने डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों का हवाला देते हुए, हेपेटाइटिस बी और सी अधिकांश लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं और यकृत सिरोसिस, यकृत कैंसर और वायरल हेपेटाइटिस से संबंधित मौतों के सबसे आम कारण हैं। WHO के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में करीब 354 मिलियन लोग हेपेटाइटिस बी या सी से संक्रमित हैं। हेपेटाइटिस ए छोटे बच्चों में ज्यादा पाया जाता है। जो दूषित पानी या खाने से फैलता है।

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क्या हैं बीमारी का कारण?

दरअसल, हेपेटाइटिस बी और सी फैलने का सबसे बड़ा माध्यम शरीर के तरल पदार्थ हैं। जो संक्रमित खून के संक्रमण, संक्रमित मां से उसके अजन्मे बच्चे में संक्रमण, संक्रमित टूथब्रश या रेजर का इस्तेमाल, इस्तेमाल की गई सिरिंज या उपकरण का इस्तेमाल, संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध और लंबे समय तक बहुत ज्यादा शराब पीना भी इसका कारण हो सकता है। हेपेटाइटिस डी, हेपेटाइटिस बी से पीड़ित व्यक्ति को हेपेटाइटिस डी भी हो सकता है। हेपेटाइटिस ई ज्यादातर वयस्कों में होता है, यह ज्यादा खतरनाक नहीं है। यह दूषित पानी या खाने से फैलता है।

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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।