India News (इंडिया न्यूज), Ayurvedic Remedies for Piles: बवासीर, जिसे पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है, एक आम लेकिन तकलीफदेह समस्या है। यह समस्या दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार, बवासीर का सही समय पर उपचार आवश्यक है, क्योंकि इसके गंभीर मामलों में ऑपरेशन तक की नौबत आ सकती है। आइए जानते हैं बवासीर क्या है, इसके लक्षण, और इसे ठीक करने के घरेलू उपाय।
बवासीर क्या है? (What is Piles)
बवासीर गुदा मार्ग में होने वाली एक ऐसी समस्या है, जिसमें मल द्वार के अंदर या बाहर मस्से बन जाते हैं। यह समस्या लंबे समय तक पाचन तंत्र की गड़बड़ी या कब्ज के कारण हो सकती है।
लक्षण:
- गुदा मार्ग में दर्द और जलन
- मल त्याग के दौरान खून आना
- गुदा के पास सूजन या मस्से
यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और जीवनशैली को प्रभावित कर सकती है।
बवासीर में क्या खाना चाहिए? (What to Eat When You Have Piles)
बाबा रामदेव का कहना है कि बवासीर से बचाव और इलाज के लिए भोजन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
- हरी सब्जियां और फाइबर युक्त भोजन: पाचन तंत्र को सुधारने और कब्ज से राहत पाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
- लौकी का जूस: लौकी का जूस बवासीर के इलाज में विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है। यह पाचन को बेहतर करता है और आंतों को साफ रखता है।
बवासीर में क्या नहीं खाना चाहिए? (What Not to Eat When You Have Piles)
बाबा रामदेव ने बताया कि कुछ चीजें बवासीर की समस्या को बढ़ा सकती हैं।
- गर्म और तली-भुनी चीजें: अत्यधिक मसालेदार और तली हुई चीजों से बचें।
- कब्ज उत्पन्न करने वाले खाद्य पदार्थ: उन चीजों का सेवन न करें जो पाचन तंत्र को बाधित करती हैं, जैसे मैदा और अत्यधिक चीनी।
बवासीर के घरेलू उपाय (Piles Remedies)
बाबा रामदेव ने कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपाय बताए हैं, जो बवासीर से राहत दिला सकते हैं।
- नागदोन के पत्ते: नागदोन के 3-4 पत्तों को चबाने से तीन से सात दिनों में बवासीर की समस्या में राहत मिल सकती है।
- त्रिफला चूर्ण: त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
- अकुप्रेशर थेरेपी: हाथों की कलाई के ऊपरी हिस्से को दबाने से बवासीर की समस्या को कम किया जा सकता है।
बवासीर एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही खानपान और घरेलू उपायों से इसे ठीक किया जा सकता है। योग और आयुर्वेदिक चिकित्सा के माध्यम से बवासीर का प्राकृतिक रूप से इलाज संभव है। यदि समस्या अधिक गंभीर हो, तो चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें।