India News (इंडिया न्यूज), Vegetables High In Pesticides: आज के आर्टिफीसियल के ज़माने में हम क्या खाते है क्या पीते है किसी भी चीज का कोई भरोसा नहीं। लेकिन जिन सब्जियों को हम खुद के लिए जीवन की आवश्यकता समझकर बैठे है वो भी हमारे शरीर के लिए भक्षक न बन जाए अब तो इस बात का भी कोई भरोसा नहीं, वैसे तो आप सोच रहे होंगे की जो पत्तेदार सब्जियां हमारी सेहत के लिए अमृत के समान है, लेकिन कीड़ों से बचाने के लिए इस पर छिड़के जाने वाला पेस्टिसाइड्स इसे जानलेवा तक बना देता है। जी हाँ! हाल ही में श्री गंगानगर जिले में एक मासूम छोटी सी 14 साल की बच्ची की मौत इन्ही जानलेवा सब्जियों की वजह से हो गई।

1. सब्जियों को अच्छे से धोना

  • पत्तेदार सब्जियों को उपयोग से पहले गुनगुने पानी में सिरका या बेकिंग सोडा मिलाकर धोएं। यह पेस्टिसाइड्स के अवशेष को हटाने में मदद कर सकता है।
  • बहते हुए पानी में सब्जियों को 2-3 बार धोना बेहतर होता है।

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2. जैविक (ऑर्गेनिक) सब्जियां खरीदें

  • यदि संभव हो तो जैविक खेती से उगाई गई सब्जियां खरीदें। ये सब्जियां कीटनाशक-मुक्त होती हैं।
  • स्थानीय किसानों से सब्जियां खरीदें, जो कम रसायन का उपयोग करते हैं।

3. कच्ची सब्जियां खाने से बचें

  • पत्तेदार सब्जियों को कच्चा खाने से पहले उनकी सतह को अच्छी तरह साफ करें या उन्हें उबालें। गर्म पानी से उबालने पर पेस्टिसाइड्स का प्रभाव कम हो सकता है।

4. कीटनाशक मुक्त खेती को बढ़ावा दें

  • प्राकृतिक तरीकों से कीटनाशकों का उपयोग कम किया जा सकता है, जैसे कि नीम का तेल या अन्य जैविक उपचार।
  • सरकार और संस्थाओं को इस ओर जागरूकता फैलानी चाहिए।

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5. शिशु और बच्चों के लिए विशेष ध्यान

  • बच्चों को सब्जियां देने से पहले उन्हें उबालें या पकाएं। कच्ची सब्जियां बच्चों की पाचन प्रणाली पर अधिक प्रभाव डाल सकती हैं।

6. जागरूकता बढ़ाएं

  • पेस्टिसाइड्स के खतरों और सुरक्षित भोजन विकल्पों को लेकर समाज में जागरूकता अभियान चलाएं।

सबसे ज्यादा पेस्टीसाइड्स वाली सब्जियां (डर्टी डोजेन)

यह रिपोर्ट आमतौर पर उन फलों और सब्जियों को सूचीबद्ध करती है जिनमें पेस्टिसाइड्स की मात्रा अधिक होती है, जैसे:

  • पालक
  • पत्ता गोभी
  • सेब
  • स्ट्रॉबेरी
  • आलू
  • गाजर

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इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हम जो खाना खा रहे हैं वह कितना सुरक्षित है। पेस्टिसाइड्स के उपयोग को नियंत्रित करना और प्राकृतिक विकल्पों को अपनाना आज के समय की जरूरत है। हमें अपने परिवार और बच्चों की सुरक्षा के लिए इस दिशा में कदम उठाने चाहिए।

Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।