India News (इंडिया न्यूज), Tips for Reduce Liver Fat: भारत में हर तीन में से एक व्यक्ति फैटी लिवर डिजीज से पीड़ित है। वयस्कों में यह आंकड़ा हर दो में से एक व्यक्ति तक पहुंच सकता है। फैटी लिवर डिजीज का अर्थ है लिवर में या उसके चारों ओर चर्बी का असामान्य रूप से जमा होना। जब यह चर्बी बढ़ती है, तो यह लिवर, हार्ट और पेट तक फैल सकती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

फैटी लिवर डिजीज के खतरे

फैटी लिवर डिजीज एक प्रकार की मेटाबोलिक बीमारी है, जो लिवर, हार्ट और किडनी पर बुरा असर डालती है। यह बीमारी डायबिटीज और अन्य क्रोनिक बीमारियों का कारण बन सकती है।

डॉ. शिव कुमार सरीन और एशियन पेसेफिक एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ लिवर (APASL) द्वारा किए गए शोध के अनुसार, नियमित रूप से सप्ताह में चार घंटे शारीरिक गतिविधि करने से लिवर की चर्बी में 30% तक कमी लाई जा सकती है। लंबे समय तक नियमित अभ्यास से फैटी लिवर डिजीज को जड़ से खत्म किया जा सकता है।

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शारीरिक गतिविधियां: समाधान की कुंजी

इस बीमारी से बचाव और उपचार के लिए एयरोबिक एक्सरसाइज सबसे प्रभावी मानी जाती हैं। इसमें तेज गति से साइकिल चलाना, दौड़ना या वॉक करना शामिल है।

सप्ताह में चार घंटे का रूटीन:

  • साइकिलिंग: रोजाना 34 मिनट साइकिल चलाएं।
  • जॉगिंग या तेज वॉक: सप्ताह में 5-6 दिन, रोजाना 48 मिनट तक तेज गति से चलें या दौड़ें।
  • धीरे-धीरे शुरुआत करें: पहले दिन सिर्फ 5 मिनट तेज चलें या दौड़ें और फिर 15-20 दिनों में समय और स्पीड बढ़ाएं।

यदि हार्ट या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो, तो धीमी गति से वॉक शुरू करें। डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

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नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपाटाइटिस: एक गंभीर स्थिति

नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपाटाइटिस (NASH) उन लोगों को प्रभावित करती है, जो शराब नहीं पीते या बहुत कम पीते हैं। इसमें लिवर में चर्बी जमा होने लगती है, जिससे घाव और गंभीर मामलों में लिवर कैंसर भी हो सकता है। यह स्थिति हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।

फैटी लिवर डिजीज से मुक्ति के उपाय

इस बीमारी को खत्म करने के लिए तीन प्रमुख कदम उठाने जरूरी हैं:

  1. सही डाइट:
    • जंक फूड और तली-भुनी चीजों से परहेज करें।
    • अधिक सब्जियां, फलों और फाइबर युक्त आहार का सेवन करें।
  2. लाइफस्टाइल सुधारें:
    • धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें।
    • नियमित और पर्याप्त नींद लें।
  3. रेगुलर एक्सरसाइज:
    • हर सप्ताह 150 से 240 मिनट एयरोबिक एक्सरसाइज करें।
    • इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाने और इंफ्लामेशन घटाने के लिए मांसपेशियों की सक्रियता जरूरी है।

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डॉक्टर से परामर्श लें

फैटी लिवर डिजीज के ग्रेड और गंभीरता को समझने के लिए लिवर विशेषज्ञ से परामर्श करना आवश्यक है। सही जांच और उपचार योजना से इस बीमारी से बचाव और उपचार संभव है।

फैटी लिवर डिजीज एक गंभीर बीमारी है, जो समय पर ध्यान न देने पर घातक साबित हो सकती है। लेकिन सही डाइट, नियमित एक्सरसाइज और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इसे प्रभावी रूप से रोका और ठीक किया जा सकता है। यह न केवल लिवर बल्कि पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

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