India News (इंडिया न्यूज), BP Heart Attack Risk: उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) आज की जीवनशैली में एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या बन गई है। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, खासकर तब जब बीपी अत्यधिक बढ़ जाए। हार्ट अटैक के खतरे को समझने के लिए हमें यह जानना जरूरी है कि बीपी के कौन से स्तर गंभीर माने जाते हैं। आइए विशेषज्ञों की राय जानें।

सामान्य और उच्च रक्तचाप का मापदंड

विशेषज्ञों के अनुसार, सामान्य रक्तचाप का स्तर 120/80 mmHg माना जाता है। यदि रक्तचाप 140/90 mmHg या उससे अधिक हो जाता है, तो इसे हाई बीपी या हाइपरटेंशन कहा जाता है।

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कितना बीपी बढ़ने पर खतरा होता है?

जब रक्तचाप 180/120 mmHg से ऊपर हो जाता है, तो इसे हाइपरटेंशन क्राइसिस कहते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति को तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। अगर इस स्तर पर भी उपचार न मिले, तो हार्ट अटैक, स्ट्रोक या अन्य गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।

डॉ. राजेश गुप्ता, कार्डियोलॉजिस्ट, के अनुसार, “रक्तचाप का अत्यधिक बढ़ना दिल की मांसपेशियों पर दबाव डालता है। इससे हार्ट की धमनियां ब्लॉक हो सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।”

लक्षण जो इशारा करते हैं कि बीपी खतरनाक स्तर पर है

यदि किसी व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:

  1. तेज सिरदर्द
  2. सीने में दर्द
  3. सांस लेने में तकलीफ
  4. धुंधली दृष्टि
  5. जी मिचलाना या उल्टी

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हार्ट अटैक से बचाव के लिए उपाय

हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:

  1. बीपी की नियमित जांच करें: समय-समय पर बीपी की जांच करके इसके स्तर पर नजर रखना बेहद जरूरी है।
  2. नमक का सेवन कम करें: अधिक नमक का सेवन बीपी को बढ़ा सकता है।
  3. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नियमित व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और तनाव कम करें।
  4. धूम्रपान और शराब से बचें: ये आदतें बीपी को बढ़ाने और दिल की सेहत को खराब करने में भूमिका निभाती हैं।
  5. दवाइयों का सेवन सही तरीके से करें: डॉक्टर द्वारा बताए गए अनुसार दवाइयों का सेवन करें।

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आपात स्थिति में क्या करें?

यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक के लक्षण महसूस हों, जैसे कि सीने में भारीपन, सांस की तकलीफ, या हाथों में झुनझुनी, तो:

  • तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं।
  • मरीज को आराम से लिटाएं और घबराएं नहीं।
  • यदि उपलब्ध हो, तो एंटी-प्लेटलेट दवा (जैसे एस्पिरिन) दी जा सकती है।

उच्च रक्तचाप एक मूक हत्यारा है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है। समय रहते इसे नियंत्रित करना और लक्षणों को पहचानना जीवन बचाने में मददगार हो सकता है। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श लेते रहें।

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