India News (इंडिया न्यूज),Unhealthy Intestine: आंतों में मल जमा होने की समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है। यह एक आम समस्या है और आज ज़्यादातर लोग इसका सामना कर रहे हैं। इस बीमारी के बारे में सबसे बड़ी समस्या यह है कि ज़्यादातर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती, हालाँकि वे इसके कारण परेशान रहते हैं। आज हम आपको इस समस्या के लक्षण, कारण और बचाव के उपायों के बारे में बता रहे हैं। ताकि बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक हर कोई इससे होने वाली परेशानियों से बच सके
आंतों में मल जमा होने के लक्षण
- पेट में बार-बार दर्द होना या रुक-रुक कर दर्द होना
- लगातार बुरा महसूस होना, जी मिचलाना या उल्टी आना
- हर समय थकान महसूस होना
- लगातार कमज़ोरी
- पेट में भारीपन और पेट फूलने की समस्या
- शौच के दौरान पेट में दर्द और ऐंठन
- शौच के बाद या उसके दौरान नाभि के निचले हिस्से में तेज़ चुभन
आंतों में मल जमा होने के कारण
- खान-पान की गलत आदतें।
- पर्याप्त पानी न पीना।
- सोने और जागने का कोई निश्चित समय न होना।
- फास्ट फूड और जंक फूड का अधिक सेवन करना
- मैदा से बनी चीजों का अधिक सेवन करना।
- शारीरिक रूप से सक्रिय न होना।
- सैर, योग, व्यायाम या खेलकूद बिल्कुल न करना।
इस समस्या से बचाव के उपाय
आंत में मल जमा होने की समस्या वयस्कों को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करती है, जिससे उनकी दिनचर्या बाधित होती है। वहीं बच्चों में यह समस्या उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रभावित कर सकती है। इसलिए इस समस्या से बचाव के लिए ये उपाय जरूर अपनाएं
- रोजाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
- दोपहर के भोजन में रसदार सब्जियां और दालें खाएं।
- रात का भोजन हल्का रखें। इसमें दाल-रोटी-सब्जी की जगह खिचड़ी या दलिया खा सकते हैं।
- दोपहर के भोजन में दही खाएं।
- रात को भोजन के दो घंटे बाद दूध जरूर पिएं।
- ताजे फल और हरी सब्जियां अधिक खाएं, ऐसा करने से शरीर को फाइबर मिलता है और फाइबर आंतों को साफ करने का काम करता है।
- खाने और सोने का एक निश्चित समय तय करें। इससे शरीर की जैविक घड़ी सही रहती है और मल त्याग ठीक से होता है।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।