India News (इंडिया न्यूज), Risk of Heart Attack: खराब जीवनशैली हमारी सेहत की दुश्मन बन गई है। खराब और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण कम उम्र में ही शरीर क्रॉनिक चैलेंज का शिकार हो रहा है। पिछले दो दशकों में हृदय रोग का खतरा बढ़ा है। कम उम्र में ही लोग हार्ट अटैक से मर रहे हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण है। इनमें अत्यधिक तेल का सेवन, मांसाहारी भोजन, दूध का अधिक सेवन, फलों और टैबलेट्स का कम सेवन, धूम्रपान, तनाव, शरीर में एक्टिविटी की कमी शामिल है, जिससे हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।
आज के युवा गलत पदार्थों का सेवन कर रहे हैं, तनाव में रहते हैं, शारीरिक एक्टिविटी की कमी है और वजन ज्यादा है, इसलिए हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ रहा है। 50 प्रतिशत ब्लॉकेज के बाद हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है।
हार्ट ब्लॉकेज बढ़ाती हैं ये चीजें
ज्यादा तला-भुना खाना, वसायुक्त खाना और प्रोसेस्ड फूड खाने से शरीर में कैलोरी बढ़ती है। दो चीजें ब्लॉकेज बढ़ाती हैं, एक है ट्राइग्लिसराइड और दूसरा कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल मांसाहारी भोजन और दूध में पाया जाता है जबकि ट्राइग्लिसराइड तेल में पाया जाता है।
कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रण में रखना बहुत जरूरी है। अगर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना है और हार्ट में ब्लॉकेज को रिवर्स करना है तो ड्राई फ्रूट्स और सीड्स से परहेज करें। इन दोनों में ऑयल होता है जो ब्लॉकेज का कारण बनता है। विशेषज्ञों ने बताया कि अगर आप ऑयली चीजें खाना बंद कर दें, धूम्रपान से बचें और शरीर को एक्टिव रखें तो आप 70 फीसदी ब्लॉकेज को आसानी से रिवर्स कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे 5 तरीके जो ब्लॉकेज को कंट्रोल करते हैं। इन तरीकों को अपनाने से नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और हार्ट अटैक का खतरा टल जाता है।
फल और सब्ज़ियाँ खाएँ
फल और सब्ज़ियाँ हार्ट ब्लॉकेज को नियंत्रित करने में कारगर साबित होती हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फल और सब्ज़ियाँ फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करती हैं। ये शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके धमनियों में सूजन और क्षति को रोकते हैं। कम कैलोरी, कम वसा और फाइबर से भरपूर फल और सब्ज़ियाँ कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती हैं जो ब्लॉकेज का मुख्य कारण है। पालक और ब्रोकली जैसी ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर कुछ सब्ज़ियाँ रक्त वाहिकाओं को लचीला बनाकर ब्लॉकेज को रोकती हैं। अगर आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो रोज़ाना फल और सब्ज़ियों का सेवन करें।
छिलके वाली दालें खाएं
छिलके वाली दालें खाने से हार्ट ब्लॉकेज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। दालों में मौजूद फाइबर, प्रोटीन और जरूरी पोषक तत्व दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं। इन खाद्य पदार्थों को खाने से हार्ट ब्लॉकेज को नियंत्रित किया जा सकता है। फाइबर युक्त दालों का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और आंतों के स्वास्थ्य को स्वस्थ रखता है। कम ग्लाइसेमिक वाली छिलके वाली दालें ब्लड शुगर को नियंत्रित करती हैं जो हार्ट अटैक का कारण बन सकती हैं। छिलके वाली दालों में पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और धमनियों को लचीला रखता है। छिलके वाली दालों में प्राकृतिक फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो धमनियों में फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को कम करते हैं।
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ओट्स खाएं
हार्ट ब्लॉकेज को नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ रखने के लिए ओट्स का सेवन करें। ओट्स में फाइबर, खासकर बीटा-ग्लूकेन भरपूर मात्रा में होता है जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और दिल की सेहत को बेहतर बनाने में काफी मददगार साबित होता है। ओट्स के सेवन से धमनियों में प्लाक और सूजन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है जिससे ब्लॉकेज का खतरा कम हो जाता है।
रिफाइंड आटे की जगह आटा खाएं
हार्ट ब्लॉकेज को नियंत्रित करने के लिए रिफाइंड आटे की जगह आटा खाएं। मैदा फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जबकि रिफाइंड आटे में कम पोषण होता है। मैदा रिफाइंड आटे की तुलना में दिल के लिए बेहतर होता है। मैदा में डायटरी फाइबर भरपूर होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को नियंत्रित करता है और ब्लड शुगर को भी सामान्य करता है।
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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।