India News (इंडिया न्यूज),  What are the Silent Killers of Fertility: अगर आप भविष्य में मां-बाप बनने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए एक चेतावनी की तरह है। आजकल तेजी से बढ़ती बांझपन और नपुंसकता की समस्या के पीछे केवल उम्र या तनाव नहीं, बल्कि आपकी कुछ आदतें भी हैं जो चुपचाप आपकी प्रजनन क्षमता को खत्म कर रही हैं। विशेषज्ञों की मानें तो धूम्रपान, शराब और वेपिंग जैसी आदतें महिलाओं और पुरुषों दोनों की फर्टिलिटी पर खतरनाक असर डालती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इन आदतों को बच्चा प्लान करने के वक्त तक जारी रखना एक गंभीर भ्रम है, जो भविष्य में संतान प्राप्ति को मुश्किल बना सकता है।

कब होती है प्रेग्नेंसी मुश्किल ?

न्यूज़18 की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रसिद्ध गायनकोलॉजिस्ट डॉ. मंजू गुप्ता बताती हैं कि धूम्रपान महिलाओं के अंडाणुओं की संख्या को घटा देता है, फेलोपियन ट्यूब्स को नुकसान पहुंचाता है और गर्भाशय की कार्यक्षमता को कमजोर करता है। इसके चलते गर्भपात और एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी का खतरा भी बढ़ जाता है। पुरुषों में यह आदत शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को कम कर देती है और डीएनए को नुकसान पहुंचाती है, जिससे जन्म दोष की संभावना बढ़ जाती है। डॉ. गुप्ता कहती हैं कि सिगरेट ही नहीं, बल्कि पैसिव स्मोकिंग यानी दूसरों के धुएं के संपर्क में आना भी उतना ही हानिकारक है।

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शराब का सेवन कर देगा बर्बाद

इंदिरापुरम स्थित नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर की फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. नेहा त्रिपाठी का कहना है कि शराब का सेवन महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है, जिससे अंडोत्सर्जन प्रभावित होता है और पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं। वहीं पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिरता है और शुक्राणुओं की गुणवत्ता खराब होती है। कई लोग वेपिंग को सिगरेट से कम नुकसानदेह मानते हैं, लेकिन यह एक भ्रम है। इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट में मौजूद केमिकल्स अंडों और गर्भाशय की परत को नुकसान पहुंचाते हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

विशेषज्ञों की राय है कि यदि कोई दंपती भविष्य में संतान की योजना बना रहा है, तो उन्हें अभी से ही इन आदतों को पूरी तरह त्याग देना चाहिए। धूम्रपान, शराब और वेपिंग का प्रभाव शरीर पर लंबे समय तक रहता है और सिर्फ कुछ महीने पहले छोड़ देने से नुकसान की भरपाई नहीं होती। ऐसे में इन आदतों को आज ही छोड़ना ही बेहतर विकल्प है।

ऐसे बेहतर होगी फर्टिलिटी

फर्टिलिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव से दूरी बेहद जरूरी है। साथ ही समय-समय पर प्रजनन स्वास्थ्य की जांच भी करानी चाहिए। विशेषज्ञ स्पष्ट रूप से कहते हैं कि प्रजनन स्वास्थ्य के लिए कोई “सुरक्षित समय” नहीं होता। जितनी जल्दी इन आदतों को छोड़ा जाए, उतनी ही बेहतर तैयारी संतान सुख के लिए की जा सकती है। याद रखें, ये लतें केवल आपकी नहीं, आपके आने वाले बच्चों के भविष्य को भी खतरे में डाल सकती हैं।

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Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।