India News (इंडिया न्यूज़), Sitaram Yechury Acute Respiratory Tract Infection: सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी (Sitaram Yechury) का आज 72 साल की उम्र में निधन हो गया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। उन्हें लंबे समय से रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर रखा गया था। पार्टी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बताया गया कि उनका एक्युट रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Acute Respiratory Tract Infection) का इलाज किया जा रहा था।

जाने क्या है एक्युट रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन?

ऊपरी श्वसन पथ का संक्रमण या अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूआरआई) श्वसन तंत्र और गले से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। जिसका आमतौर पर तब तक पता नहीं चलता जब तक समस्या गंभीर न हो जाए और व्यक्ति अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी का शिकार न हो जाए। यह स्थिति तब पैदा होती है जब कोई वायरस या बैक्टीरिया हमारे मुंह या नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। खासकर ऐसे संक्रमण जो किसी व्यक्ति में छूने, छींकने या खांसने से फैलते हैं। यह समस्या बच्चों और बड़े लोगों में ज्यादा होती है।

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आमतौर पर लोग इसके लक्षणों को आम एलर्जी समझने की गलती करते हैं, लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह आपके श्वसन तंत्र और गले को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आमतौर पर यह संक्रमण किसी व्यक्ति को 7-10 दिनों और कभी-कभी 3 हफ्तों तक परेशान कर सकता है। कुछ लोगों में यह साइनस इंफेक्शन या निमोनिया जैसी स्थिति भी पैदा कर सकता है।

क्या है शरीर में इसके संकेत और लक्षण?

  • आवाज़ में कर्कशता या भारीपन
  • बहुत थकान महसूस होना,
  • साथ ही शरीर में ऊर्जा की कमी,
  • खांसी
  • बुखार
  • आँखें लाल हो सकती हैं
  • नाक बहना या बंद होना
  • गर्दन के आसपास सूजन
  • गले में दर्द
  • सांस लेने में कठिनाई

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कैसे करें इसका इलाज?

रिपोर्ट के अनुसार, इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं। उसके बाद आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां और ज़रूरी सावधानियाँ सुझा सकता है। लेकिन अगर स्थिति गंभीर है और इसकी वजह से दूसरी जटिलताएं पैदा हो गई हैं। जैसे एलर्जी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, इन्फ्लूएंजा, निमोनिया आदि, तो डॉक्टर आपको कुछ ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाइयां दे सकते हैं। साथ ही, अगर मरीज़ की स्थिति ज़्यादा गंभीर है, तो अस्पताल में भर्ती भी किया जा सकता है।

इन बातों का रखें खास ख्याल

  • मास्क पहनना
  • धूम्रपान और शराब से बचना
  • प्रदूषण में बाहर कम समय बिताना
  • स्वस्थ आहार खाना
  • योग और व्यायाम करना आदि।

 

Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।