India News (इंडिया न्यूज), Diabetic Foot: डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित कर सकती है। हाई ब्लड शुगर लेवल आंखों, किडनी, और हार्ट को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ पैरों को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। इसे आमतौर पर “डायबिटिक फुट” कहा जाता है। यदि समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह समस्या पैरों में अल्सर या गंभीर संक्रमण का रूप ले सकती है।
डायबिटिक फुट कैसे होता है?
डायबिटीज के कारण समय के साथ नसों को नुकसान हो सकता है, जिसे “डायबिटिक न्यूरोपैथी” कहा जाता है। इस स्थिति में:
- पैरों में खून का संचार कम हो जाता है।
- दर्द या चोट का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
- घाव गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिन्हें ठीक होने में लंबा समय लग सकता है।
डायबिटिक फुट के प्रमुख लक्षण
डायबिटिक फुट की पहचान के लिए निम्न लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है:
- झुनझुनी और सुन्नता: पैरों या पैर की उंगलियों में महसूस होना।
- जलन या तेज दर्द: यह स्थिति लगातार बनी रह सकती है।
- घाव या छाले: जो जल्दी ठीक न हों।
- चोट या कट: जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
- लालिमा और सूजन: पैरों के आसपास।
- फटी एड़ियां और सूखी त्वचा: जिससे खून भी आ सकता है।
- स्किन पर नीले-काले धब्बे: पैरों की खराब स्थिति का संकेत।
- बदबू और स्राव: घाव से आना।
- पैरों में विकृति: जैसे उंगलियों का मुड़ना या आकार बदलना।
डायबिटिक फुट से बचाव के उपाय
डायबिटिक फुट से बचने के लिए नियमित देखभाल और सतर्कता जरूरी है। यहां कुछ उपयोगी सुझाव दिए गए हैं:
- पैरों की सफाई और जांच:
- पैरों को रोजाना गुनगुने पानी से धोएं और उंगलियों के बीच के हिस्से को सूखा रखें।
- अपने पैरों को रोजाना जांचें कि कहीं कोई दाना, कट, या रेडनेस तो नहीं है।
- नाखूनों की देखभाल:
- नाखूनों को समय-समय पर काटें और साफ रखें।
- आरामदायक जूते पहनें:
- ऐसे जूते पहनें जो फिट और आरामदायक हों। नंगे पैर चलने से बचें।
- स्मोकिंग न करें:
- स्मोकिंग खून के प्रवाह को बाधित कर सकती है, जिससे समस्या बढ़ सकती है।
- ब्लड शुगर कंट्रोल करें:
- नियमित रूप से अपनी ब्लड शुगर जांचें और इसे नियंत्रित रखें।
- फिजिकल एक्टिविटी:
- डॉक्टर की सलाह के अनुसार हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। किसी भी घाव या संक्रमण को हल्के में न लें।
डायबिटिक फुट एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही देखभाल और सतर्कता के माध्यम से इसे रोका जा सकता है। अपने पैरों का ध्यान रखें, नियमित जांच कराएं, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। डायबिटीज के प्रबंधन में जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है।