India News (इंडिया न्यूज़), Bad Cholesterol Symptoms in Urine: खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने से रोकना बहुत जरूरी है। अगर आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक है, तो यह आपकी धमनियों और नसों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल नसों के अंदर चिपक जाता है और नसों को लगातार संकरा करना शुरू कर देता है। इन संकरी नसों में खून का तेजी से बहना मुश्किल हो जाता है और आपके दिल को शरीर के दूसरे हिस्सों में खून भेजने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है।
बता दें कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर भी इसके संकेत देने लगता है। हाथ-पैरों में तेज दर्द, पैरों के निचले हिस्से में अकड़न, आंखों के आसपास दर्द और पीले धब्बे हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ प्रमुख लक्षण हैं। वहीं, जब आप सुबह टॉयलेट जाते हैं, तो आपको कुछ ऐसे लक्षण भी दिखते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के बढ़े हुए स्तर के कारण होते हैं। आपके पेशाब में होने वाले बदलावों की मदद से आप आसानी से समझ सकते हैं कि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी बढ़ गया है। यहां जानें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर सुबह उठने पर आपको क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं।
टॉयलेट में दिखने वाले हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
पेशाब के रंग में बदलाव
जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, तो पेशाब का रंग गहरा होने लगता है। अगर आपको भी सुबह पेशाब का रंग सामान्य से ज़्यादा गहरा दिखे, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। यह हाई कोलेस्ट्रॉल का लक्षण हो सकता है।
झागदार पेशाब
कभी-कभी पेशाब में झाग दिखाई देता है और यह खराब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का संकेत हो सकता है। जी हाँ, अगर पेशाब में झाग दिखाई दे तो यह उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर का लक्षण हो सकता है। इसलिए, इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
पेशाब में कांच जैसे टुकड़े
जब खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, तो आपको पेशाब में कांच या चीनी जैसे छोटे-छोटे क्रिस्टल दिखाई दे सकते हैं। वैसे तो पेशाब में क्रिस्टल कई बार स्वस्थ लोगों में भी देखे जाते हैं, लेकिन अगर ये बहुत ज़्यादा और बार-बार दिखाई दें, तो ये आपके शरीर में चल रही अंदरूनी समस्याओं का भी संकेत हो सकता है। इन क्रिस्टल का बनना भी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि का संकेत है। इसलिए इस लक्षण को नज़रअंदाज़ करने की बजाय तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें और ज़रूरी उपाय करके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने की कोशिश करें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।